अडानी ग्रुप ने जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को 50 साल के लिए लीज पर लिया, सरकार ने दी मंजूरी


स्टोरी हाइलाइट्स

जयपुर: अब अडानी ग्रुप का जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी नियंत्रण हो गया है। अडानी समूह ने सोमवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी...

अडानी ग्रुप ने जयपुर अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे को 50 साल के लिए लीज पर लिया, सरकार ने दी मंजूरी   जयपुर: अब अडानी ग्रुप का जयपुर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर भी नियंत्रण हो गया है। अडानी समूह ने सोमवार को एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया से हवाई अड्डे का नियंत्रण हासिल कर लिया है। सरकार ने अडानी ग्रुप को एयरपोर्ट 50 साल के लिए लीज पर दिया है। एयरपोर्ट डायरेक्टर जेएस बल्हारा ने सोमवार को एयरपोर्ट की सांकेतिक चाबी अडानी जयपुर इंटरनेशनल लिमिटेड के चीफ एयरपोर्ट ऑफिसर विष्णु जैन को सौंपी। बल्हारा ने कहा, जयपुर हवाईअड्डे का संचालन, प्रबंधन और विकास अब अडानी समूह पीपीपी मॉडल पर करेगा।     एविएशन सेक्टर में मजबूत करें पकड़ :   अडानी समूह के पास पहले से ही छह हवाई अड्डे हैं और सातवां अब उसके नियंत्रण में है। अरबपति कार्यकारी गौतम अडानी के समूह ने जुलाई में मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे का अधिग्रहण पूरा किया। अडानी समूह पिछले कुछ वर्षों से विमानन क्षेत्र में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है। अडानी समूह ने 2019 में अहमदाबाद, लखनऊ, जयपुर, मैंगलोर, गुवाहाटी और तिरुवनंतपुरम में हवाई अड्डों के प्रबंधन और संचालन करने का फैसला किया था, जब केंद्र सरकार ने देश के प्रमुख हवाई अड्डों का प्रबंधन एक निजी कंपनी को सौंपने के लिए बोली लगाने का आह्वान किया।   अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL), जो समूह की 100% सहायक कंपनी है, जिसने GMR जैसे प्रमुख खिलाड़ी को पछाड़ते हुए, 50 वर्षों के लिए हवाई अड्डे के संचालन का अनुबंध जीता। जिसके बाद अडानी ने अपना बिजनेस यानी मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) भी मुंबई एयरपोर्ट का संचालन करने वाली कंपनी GVK Group से खरीद लिया।   AAHL देश की सबसे बड़ी कंपनी :    अडानी समूह की अनुषंगी AAHL अब देश की सबसे बड़ी हवाईअड्डा कंपनी बन गई है। जयपुर एयरपोर्ट का अधिग्रहण करने के बाद अब कंपनी के पास कुल 7 एयरपोर्ट का प्रबंधन है।