अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर जून के अंत तक बढ़ा प्रतिबंध


स्टोरी हाइलाइट्स

अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर जून के अंत तक बढ़ा प्रतिबंध: सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के चलते अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध

अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर जून के अंत तक बढ़ा प्रतिबंध
सरकार ने कोरोना की दूसरी लहर के चलते अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध को जून के अंत तक बढ़ाने के फैसले की घोषणा की है। हालांकि वंदे भारत मिशन और भारत के साथ-साथ कुछ अन्य देशों के बीच हुए समझौते के मुताबिक उड़ानें जारी रहेंगी।

सरकार के नियमों के मुताबिक योग्य यात्री देश में आ-जा सकेंगे। गौरतलब है कि कोरोना के कारण 23 मार्च, को अंतरराष्ट्रीय उड़ानें रद्द कर दी गई थीं।

महामारी के मद्देनजर अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों पर प्रतिबंध लगाए हुए पंद्रह महीने बीत चुके हैं, लेकिन स्थिति को देखते हुए सरकार ने अभी तक कोई रियायत नहीं दी है।

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नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा शुक्रवार को जारी एक परिपत्र के अनुसार, भारत से आने-जाने वाली अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक यात्री उड़ानों पर प्रतिबंध 30 जून, 2021 को रात 11.59 बजे तक बढ़ा दिया गया है।

डीजीसीए ने कहा, "हमारा निर्णय अंतरराष्ट्रीय ऑल-कार्गो संचालन के साथ-साथ डीजीसीए द्वारा विशेष रूप से मान्यता प्राप्त उड़ानों पर लागू नहीं होता है।" अंतरराष्ट्रीय वाणिज्यिक उड़ानों को पसंद के मार्ग पर संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा मामला-दर-मामला आधार पर अनुमोदित किया जा सकता है।

पिछले एक साल में भारत ने वंदे भारत मिशन के तहत कई देशों में फंसे नागरिकों को वापस लाने के लिए उड़ानें भेजी हैं। चूंकि भारत ने कुछ देशों के साथ 'एयर बबल' स्थापित किया है, इसलिए वहां से उड़ानें संचालित की जाती हैं। महामारी के बीच 20 देशों ने भारत से आने वाली उड़ानों पर रोक लगा दी है और भारत से आने वाले पर्यटकों पर सख्त पाबंदी लगा दी है।