भोपाल: कोरोना जांच में गड़बड़ी की ख़बरे निराधार, ICMR की गाइडलाइन के मुताबिक ही हो रही जांच..
भोपाल: कोरोना जांच में गड़बड़ी की ख़बरे निराधार, ICMR की गाइडलाइन के मुताबिक ही हो रही जांच..
मध्यप्रदेश में कोरोना की जांच में सीटी वैल्यू के आधार पर जांच रिपोर्ट में गडबडी के आरोपों पर सरकार ने अपना पक्ष रखा है. दरअसल स्वस्थ्य विभाग पर 30-40 के बीच सीटी वैल्यू वाले मरीजों को निगेटिव बताने और केस छिपाने के आरोप लगे थे.ख़बरों के मुताबिक़ भोपाल सहित पूरे प्रदेश में कोरोना जांच को लेकर इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) की गाइडलाइन का पालन नहीं करने के आरोप लगे थे. कथित गाइडलाइन के मुताबिक सायकल थ्रेशहोल्ड (सीटी) वैल्यू 40 या उसके नीचे है तो मरीज को कोरोना पॉजिटिव माना जाए, लेकिन सरकारी लैब में तैयार हो रही जांच रिपोर्ट में 30 से ज्यादा और 40 से कम सीटी वैल्यू वाले मरीजों को कोविड नेगेटिव बताया जा रहा है. रिपोर्ट्स के अनुसार सीटी वैल्यू शरीर में वायरस लोड बताने का पैमाना होता है.
COVID-19 संक्रमण एवं CT value के सम्बंध में मीडिया में प्रसारित खबरों के संदर्भ में वस्तुस्थिति
स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईसीएमआर के प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों के अनुसार COVID-19 के संक्रमण की जांच और उपचार किया जा रहा है।@ICMRDELHI@mp_iec @MoHFW_INDIA pic.twitter.com/XhaKfCTg2k
— DIRECTORATE OF HEALTH SERVICES, MP (@healthminmp) April 3, 2021
हालांकि, इस मामले में भोपाल कलेक्टर अविनाश लवानिया का कहना है कि ऐसी कोई गड़बड़ी नहीं हुई है. यदि ऐसा होता तो शहर में कोरोना के इतने ज्यादा मामले सामने न आते. ऐसा कोई आदेश/निर्देश नहीं दिया गया है. इधर, सीएमएचओ प्रभाकर तिवारी ने कहा है कि अलग-अलग टेस्ट किट पर सीटी वैल्यू अलग आती है. सीटी वैल्यू का वायरस लोड से कोई संबंध नहीं है. सरकार का पक्ष COVID-19 की गंभीरता मुख्य रूप से Host factor पर निर्भर करती है. Covid-19 संक्रमण और रोगी प्रबंधन प्रोटोकॉल को निर्धारित करने के लिए ICMR ने CT value को आधार न मानने की एडवाईजरी दी है. @ICMRDELHI की गाइडलाइन के अनुसार CT Value किट के प्रकार पर निर्भर है. -CT Value और #COVID19 संक्रमण की गंभीरता एवं रोगी प्रबंधन प्रोटोकॉल के बीच सीधे सम्बंध का निश्चित प्रमाण नहीं है. -CT Value COVID -19 की लक्षणों की गंभीरता का पता लगाने के लिए एक मापदंड नहीं है. स्वास्थ्य विभाग द्वारा आईसीएमआर के प्रोटोकॉल और दिशा-निर्देशों के अनुसार COVID-19 के संक्रमण की जांच और उपचार किया जा रहा है.