बाघ मूवमेंट एरिया चंदनपुरा में बनेगा साढे 3 करोड़ की लागत से नगर वन: गणेश पाण्डेय


स्टोरी हाइलाइट्स

बाघ मूवमेंट एरिया चंदनपुरा में बनेगा साढे 3 करोड़ की लागत से नगर वन: गणेश पाण्डेय राजधानी के पर्यटन प्रेमियों को जंगल का लुफ्त उठाने .....

बाघ मूवमेंट एरिया चंदनपुरा में बनेगा साढे 3 करोड़ की लागत से नगर वन गणेश पाण्डेय भोपाल. राजधानी के पर्यटन प्रेमियों को जंगल का लुफ्त उठाने के लिए इधर-उधर भटकना नहीं पड़ेगा. उनके लिए राज्य सरकार केंद्रीय वन एवं पर्यावरण मंत्रालय के सहयोग से नगर वन बनाने जा रही है. इसका ब्लूप्रिंट तैयार हो गया है. केंद्र सरकार से 2 करोड रुपए की मंजूरी भी मिल चुकी है. एक करोड़ 63 लाख रुपए नगरी निकाय को जुटाने होंगे. नगर वन में वाटर पार्क से लेकर चिल्ड्रन पार्क तक बनाने का प्रावधान प्रोजेक्ट में किया गया है. नगर वन के लिए बाघ मूवमेंट एरिया चंदनपुरा के 50 हेक्टेयर राजस्व वन भूमि का चयन किया गया है. नगर वन स्थल का निरीक्षण करने शुक्रवार को डीजी फॉरेस्ट आरके गुप्ता, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक के रमन, मुख्य वन संरक्षक भोपाल रविंद्र सक्सेना और वन संरक्षक हरिशंकर मिश्रा जा रहे हैं. नगर वन बनाने के पीछे कंसेप्ट साफ है कि राजस्व वन को बिल्डर माफिया और अतिक्रमण माफिया से बचाने का है. इसके साथ ही राजधानीवासी भोपाल से 7-8 किलोमीटर की दूरी पर जंगल का लुफ्त उठा सकेंगे. इसे ऐसा बनाया जाएगा ताकि शहरी क्षेत्र में लोगों को जंगल का अहसास हो सके. यहां पौधारोपण के साथ जॉगिंग ट्रैक, साइकिल ट्रैक व ओपेन जिम व तरह-तरह की वाटिकाएं बनाई जाएंगी. वैसे तो जैव-विविधता संरक्षण के लिए दूरदराज के जंगली क्षेत्रों पर ही ध्यान दिया जाता रहा है, लेकिन बढ़ते शहरीकरण को देखते हुए केंद्र सरकार ने शहरी क्षेत्रों में भी जैव-विविधता संरक्षण के लिए शहरों में वन लगाने का निर्णय लिया है. नगर वन योजना में शर्त यह है कि नगरीय निकाय सीमा में 10 से 50 एकड़ के बीच वन विभाग की जमीन होनी चाहिए. नगर वन में ये होंगे खास * नगर वन की चारों ओर से की जाएगी फेंसिंग * स्थानीय प्रजाति के पौधे व झाड़ियां लगाई जाएंगी *थीम आधारित पौधारोपण के जरिए स्मृति वन व नक्षत्र वन आदि बनाए जाएंगे. *जैव-विविधता के लिए सभी प्रकार के सजावटी, झाड़ियां, बेलदार, औषधीय, पुष्प व फलों के पौधे लगाए जाएंगे. * रेन वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी. * पेयजल, बेंच, फुटपाथ, जॉगिंग एवं साइकिल ट्रैक बनाए जाएंगे. * जागरूक करने के लिए कियॉस्क, डिस्प्ले बोर्ड, साइनेज लगाए जाएंगे.