हार्ट अटैक कार्डिएक अरेस्ट व हार्ट फैलियर में अंतर? किसे है खतरा और कैंसे रोकें?


स्टोरी हाइलाइट्स

कुछ लोगों के दिमाग में सवाल आता है कि आखिर कार्डिएक अरेस्ट, हार्ट अटैक और हार्ट फैलियर में अंतर क्या है? वस्तुत ह्रदय का काम पंप कर खून को पूरे शरीर में...

हार्ट अटैक कार्डिएक अरेस्ट व हार्ट फैलियर में अंतर:   कुछ लोगों के दिमाग में सवाल आता है कि आखिर कार्डिएक अरेस्ट, हार्ट अटैक और हार्ट फैलियर में अंतर क्या है? वस्तुत ह्रदय का काम पंप कर खून को पूरे शरीर में पहुंचाना है। यह काम हृदय द्वारा लगातार सिकुड़ और फ़ैल कर किया जाता है। इसी से दिल की धड़कन पैदा होती है। दिल में खास तरह की मांसपेशियां होती है, जो खून को पंप करने का काम करती है। ये भी पढ़ें..पैनिक बीमारी (Panic Disorder) की पहचान : Panic attacks and panic disorder हार्टअटैक :- हार्ट अटैक तब होता है जब ह्रदय की मांसपेशियां को खून नहीं पहुंच पता। ऐसा हृदय की मांसपेशियों को रक्त पहुंचाने वाली नलिका में खून का थक्का पड़ जाने से होता है। हार्ट फैलियर :- हृदय एक बार में एक निश्चित मात्रा में खून को पंप करता है। जब ह्रदय इस निश्चित मात्रा में खून को पंप नहीं कर पाता तो इस स्थिति को हार्ट फैलियर कहते हैं। इसका मतलब यह कतई नहीं कि दिल किसी भी समय रुक सकता है। ये भी पढ़ें..हार्ट के बारे में कुछ रोचक तथ्य। Amazing Facts About Heart. कार्डिएक अरेस्ट :- कार्डिएक अरेस्ट एक तकनीकी शब्द है जिसका मतलब है कि दिल की धड़कन रुक जाना यह किसी भी कारण से हो सकता है मसलन मौत, बीमारी या गंभीर चोट से। पुरुषों और महिलाओं दोनों के लिए हृदय रोग मृत्यु का प्रमुख कारण है। हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए आज ही कदम उठाएं। हृदय रोग को रोकने के लिए, आप यह कर सकते हैं:- 1. स्वस्थ खाओ (Eat healthy)। 2. सक्रिय रहो (Get active)। 3. वजन सही रखिए (Stay at a healthy weight)। 4. धूम्रपान छोड़ें और पैसिव स्मोकिंग से दूर रहें। ये भी पढ़ें..भारत के युवाओं का कमजोर दिल?  कहीं न बन जाए आपके जीवन का कातिल? अतुल पाठक 5. अपने कोलेस्ट्रॉल और रक्तचाप को नियंत्रित करें। 6. शराब का सेवन कम मात्रा में ही करें। 7. तनाव का प्रबंधन करो। क्या मुझे हृदय रोग का खतरा है? किसी को भी हृदय रोग हो सकता है, लेकिन आपको अधिक जोखिम है  यदि:- उच्च कोलेस्ट्रॉल, उच्च रक्तचाप या मधुमेह है। स्मोकिंग करते हैं। अधिक वजन वाले हैं या मोटापे से ग्रस्त हैं।पर्याप्त शारीरिक गतिविधि नहीं करते। स्वस्थ आहार नहीं लेते। आपकी उम्र और पारिवारिक हिस्ट्री भी हृदय रोग के आपके जोखिम को प्रभावित करते हैं। आपकी  रिस्क अधिक है यदि:- आप 55 वर्ष से अधिक उम्र की महिला हैं। आप 45 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्ति हैं। आपके पिता या भाई को 55 साल की उम्र से पहले दिल की बीमारी थी। आपकी मां या बहन को 65 साल की उम्र से पहले दिल की बीमारी थी। लेकिन अच्छी खबर यह है कि हृदय रोग को रोकने के लिए आप बहुत कुछ कर सकते हैं। ये भी पढ़ें.. हार्ट  डिसीज़ : कब आता है हार्ट अटैक ? जानिए लक्षण, कारण व उपचार..