राम और रामचंद्र में अंतर ?


स्टोरी हाइलाइट्स

पहले शब्द राम का अर्थ है ईश्वर और दूसरे शब्द राम का अर्थ है  रामचन्द्र जी. रामचंद्र जी के जन्म से पहले से ‘राम’ शब्द ईश्वर के लिए प्रयोग होता चला आ रहा थ...

राम राम (दोनो शब्दों के भिन्न भिन्न अर्थ हैं) पहले शब्द राम का अर्थ है ईश्वर और दूसरे शब्द राम का अर्थ है  रामचन्द्र जी. रामचंद्र जी के जन्म से पहले से ‘राम’ शब्द ईश्वर के लिए प्रयोग होता चला आ रहा था इसलिए राजा दशरथ के प्रथम पुत्र का नाम रामचन्द्र रखा गया  जिसका अर्थ है राम के चन्द्र अर्थात राम के चाँद. कौन से राम के चन्द्र ? उसी राम के जो ईश्वर का एक नाम था, राजा दशरथ ने यह नाम रखा था. अरबी भाषा में इसे कहेंगे क़मरुल्लाह अर्थात अल्लाह का क़मर (चन्द्र) ☀️ रामचन्द्र जी का तारक मन्त्र : रामचन्द्र जी अक्सर इस मंत्र का जाप किया करते थे और ईश्वर को याद करते थे राम रामाय नमः अर्थात राम के राम को नमः अर्थात ईश्वर को नमन राम के राम कौन हैं ? राम के राम स्वयं ईश्वर हैं और रामचन्द्र जी उन्ही को नमन करते थे। ? राम चरित्र मानस अर्थात राम (ईश्वर) के चरित्र का मानस. रामचंद्र जी एक मानस थे लेकिन ऐसे मानस जो पुरुषोत्तम थे पुरूषोत्तम अर्थात पुरूषों में उत्तम. ईश्वर के विषय में वेदों की शिक्षा ? यजुर्वेद में है (40:8) ‘’....अकायम... ‘’ वह (ईश्वर) शरीर रहित है । ? अथर्वेवेद में है (10:8:32) ‘’न ममार न जीर्यती...’’ वह (ईश्वर) न कभी मृत्यु को प्राप्त होता है और न कभी बूढ़ा होता है । ? अथर्वेवेद में है (13:4:12) ‘’तमिदम निगतम सह स: एष एक एकव्रदेक एव’’ केवल वह एक ही स्वयं से (बिना जन्म लिए) अकेला विद्यमान है। ☘️ अथर्वेवेद में है (13:4:46) भूयनिंदरो नमुराद ... पतिस्तव। मिन्द्रासी विभू: वह ईश्वर इससे श्रेष्ठ है कि उसको मौत आए बल्कि अमरत्व की कल्पना से भी वे तो महानतर है।