क्या आप सेना में जाना चाहते हैं? जाने भर्ती प्रक्रिया, रैंक और योग्यता से जुडी महत्वपूर्ण जानकारी|


स्टोरी हाइलाइट्स

सेना में भर्ती

संघ लोक सेवा आयोग के जरिए प्रवेश के अलावा नीचे बताए तरीकों से भी सेना में कमीशन प्राप्त अफसरों की भर्ती की जाती है:

(1). विश्वविद्यालय प्रवेश योजना: अधिसूचित इंजीनियरिंग शाखाओं के अंतिम वर्ष से पूर्व के विद्यार्थी विश्वविद्यालय प्रवेश योजना के तहत सेना के तकनीकी सेनांगों में कमीशन प्राप्त अफसर के रूप में स्थायी कमीशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। पात्र अभ्यर्तियों को सेना मुख्यालय द्वारा तैनात स्क्रीनिंग टीमों द्वारा कैंपस साक्षात्कार के जरिए चुना जाया है। इन अभ्यर्थियों को एसएसबी और मेडिकल बोर्ड के सामने उपस्थित होना होता है। सफल अभ्यर्थियों को भारतीय सैन्य अकादमी (आईएमए), देहरादून में एक वर्षीय कमीशन-पूर्व प्रशिक्षण लेना होता है। इस प्रवेश के माध्यम से कमीशन मिलने पर एक कैडेट एक वर्ष की पूर्व-दिनांकित वरिष्ठता के भी हकदार होते हैं।

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(2). तकनीकी स्नातक पाठ्यक्रम (टीजीसी): सेना शिक्षा कोर के लिए इंजीनियरिंग की अधिसूचित शाखा के इंजीनियरिंग ग्रेजुएट, न्यूनतम द्वितीय श्रेणी अंक योग वाले पोस्ट ग्रेजुएट एवं सैन्य फार्म के लिए कृषि डेयरी में एमएससी डिग्री धारक उम्मीदवार इस प्रवेश के माध्यम से स्थायी कमीशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। एसएसबी और चिकित्सा बोर्ड के पश्चात अंतिम रूप से चुने गए उम्मीदवारों को कमीशन प्रदान किए जाने से पूर्व भारतीय सैन्य अकादमी देहरादून में एक वर्ष का कमीशन-पूर्व प्रशिक्षण लेना अपेक्षित है। इस प्रवेश के माध्यम से कमीशन मिलने पर कैडेट एक वर्ष की पूर्व-दिनांकित वरिष्ठता के हकदार होते हैं। 

(3). अल्प सेवा कमीशन (तकनीकी) प्रवेश: अल्प सेवा कमीशन (तकनीकी) प्रवेश योजना, पात्र तकनीकी स्नातकों/स्नातकोत्तरों को तकनीकी सेनांगों में भर्ती कराती है। एसएसबी और चिकित्सा बोर्ड के बाद अंतिम रूप से चुने गए अभ्यर्थियों को ओटीए, चेन्नई में 49 सप्ताह का कमीशन-पूर्व प्रशिक्षण दिया जाता है। प्रशिक्षण पूरा होने पर उन्हें अल्प सेवा कमीशन प्राप्त अफसर के रूप में प्रवेश दिया जाता है।इस प्रवेश के माध्यम से आए अभ्यर्थी भी कमीशन प्राप्त होने पर एक वर्ष पूर्व-दिनांकित वरिष्ठता के हकदार हैं।

(4). 10-2 तकनीकी प्रवेश योजना (टीईएस): जिन उम्मीदवारों ने भौतिकी, रसायन विज्ञान और गत में कुल मिलाकर न्यूनतम 70 प्रतिशत अंकों के साथ सीबीएसई/आईसीएसई रान्य बोर्ड की 10-2 (रोइएस) के तहत कमीशन पाने के लिए आवेदन कर सकते हैं। एसएसबी में सफल रहने तथा चिकित्सा द्वारा स्वस्थ घोषित किए जाने पर वे प्रशिक्षण अकादमी, गया में एक वर्ष का बुनियादी सैन्य प्रशिक्षण और तत्पश्चात स्थायी कमीशन प्राप्त करने से पूर्व संबंधित शाखाओं में तीन वर्ष का इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम पूरा करते हैं। कमीशन प्रदान किए जाने के बाद उन्हें उस सेनांग/सेवा का एक वर्ष का प्रशिक्षण दिया जाता है जिसमें उन्हें कमीशन दिया गया है।

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(5).अल्पकालिक सेवा कमीशन (महिला): पात्र महिला उम्मीदवारों को सेना में अल्प सेवा कमीशन अफसर ए रूप में भर्ती किया जाता है। वैद्युत एवं यांत्रिक इंजीनियर कोर, इंजीनियर्स कोर, सिग्नल कोर, ना शिक्षा कोर, सैन्य आसूचना कोर, जज एडवोकेट जनरल शाखा, सेना आपूर्ति कोर, सेना आयुध कोर और सेना वायु रक्षा में कमीशन प्रदान किया जाता है। महिलाओं को तीन स्ट्रीमों अर्थात् गैर-तकनीकी स्नातक, तकनीकी और स्नातकोत्तर विशेषज्ञ में दस वर्ष की अवधि के लिए अल्प सेवा कमीशन की पेशकश की जाती है, जिसे पूर्णत: स्वैच्छिक आधार पर और चार वर्षों के लिए बढ़ाया जा सकता है। हाल ही में भारत सरकार ने महिला अफसरों को 10 वर्ष की सेवा पूरी करने पर सेना शिक्षा कोर एवं जज एडवोकेट जनरल शाखा में स्थायी कमीशन का विकल्प प्रदान किया है। 

अफसर प्रशिक्षण अकादमी, चेनई में दिए जाने वाले प्रशिक्षण की अवधि 49 सप्ताह है। अल्पकालिक सेवा कमीशन महिला (तकनीकी) प्रविष्टि के लिए अधिसूचित शाखाओं में बीई/बीटेक के उत्तीर्ण अथवा ऑंतिम वर्ष सेमेस्टर के छात्र आवेदन करने के पात्र हैं। इसके पश्चात सीधे एसएसवी साक्षात्कार एवं चिकित्सा जांच होती है। हालांकि गैर-तकनीकी स्नातक शाखाओं के लिए आवेदकों को संघ लोक सेवा आयोग के माध्यम से आवेदन करना अपेक्षित है और लिखित परीक्षा के बाद एसएसबी साक्षात्कार के लिए आना होता है जैसा कि अल्पकालिक सेवा कमीशन प्राप्त पुरुष अफसरों के मामले में किया जा रहा है। गैर-तकनीकी शाखा की 20 प्रतिशत आटित सीटें एनसीसी 'सी' प्रमाण-पत्र धारित उन महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित हैं जिन्होंने स्नातक परीक्षा में न्यूनतम 'बी' ग्रेड एवं 50 प्रतिशत अंक योग प्राप्त किया हो। 

आवेदन एनसीसी निदेशालय, एकीकृत मुख्यालय रक्षा मंत्रालय ( सेना) के माध्यम से भेजे जाएंगे जैसा कि पुरुष अफसरों के मामलों में किया जा रहा है। जज एडवोकेट जनरल शाखा के लिए न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाले विधि स्नातकों से आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं जिन्हें सीधे एसएसबी साक्षात्कार के लिए भेजा जाता है। सेवा कार्मिकों की जो विधवाएं पात्रता संबंधी निर्धारित मानदंडों को पूरा करती हैं, वे आयु में 4 वर्ष की छूट के लिए पात्र हैं और उनके लिए प्रत्येक पाठ्यक्रम में 5 प्रतिशत (तकनीकी और गैर-तकनीकी, प्रत्येक शाखा में 2.5 प्रतिशत) सीटों का आरक्षण प्रदान किया गया है। अल्पकालिक सेवा कमीशन महिला (तकनीकी), एनसीसी प्रविष्टि एवं जज एडवोकेट जनरल शाखाओं के लिए लिखित परीक्षाओं से छूट है और इनके लिए सीधे अतिरिक्त भर्ती महानिदेशालय, रक्षा मंत्रालय के एकीकृत मुख्यालय (सेना) को आवेदन करना होगा अधिसूचना एसएससीडब्ल्यू (तकनीकी) के साथ वर्ष में दो बार प्रकाशित की जाती है।

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(6). एनसीसी (विशेष प्रवेश योजना): न्यूनतम 'बी' ग्रेड का एनसीसी 'सी' प्रमाण पत्र और स्नातक परीक्षा में 50 प्रतिशत अंक पाने वाले विश्वविद्यालय स्नातक इस योजना के माध्यम से अल्प सेवा कमीशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। तृतीय वर्ष में पढ़ने वाले छात्र भी इस प्रवेश के लिए आवेदन । सकते हैं बशर्ते उन्होंने पहले दो वर्षों में न्यूनतम 50 प्रतिशत समग्र अंक प्राप्त किए हों। ऐसे उम्मीद को साक्षात्कार में चयन होने की स्थिति में 50 प्रतिशत समग्र अंक प्राप्त करने होंगे अन्यथा उनकी उम्मीदवारी रद्द की जाएगी। ओटीए में प्रवेश लेने के समय उम्मीदवारों के पास स्नातक डिग्री होनी चाहिए अथवा तृतीय वर्ष में पढ़ रहे छात्रों को ओटीए में प्रशिक्षण आरंभ होने की तारीख से 12 सप्ताह के भीतर डिग्री प्रस्तुत करनी होगी। इन कैडेटों को एसएसवी द्वारा आयोजित साक्षात्कार के पश्चात मेडिकल बोर्ड द्वारा जांच के लिए बुलाया जाता है। योग्यता संबंधी अपेक्षाएं पूरी करने वाले अभ्यर्थियों को राज्य स्तर पर एनसीसी ग्रुप मुख्यालयों के माध्यम से आवेदन करना होता है। संबंधित ग्रुप मुख्यालयों द्वारा स्क्रीनिंग के बाद एनसीसी महानिदेशालय योग्य कैडेटों के आवेदन -पत्र रक्षा मंत्रालय (सेना) के एकीकृत मुख्यालय स्थित भर्ती निदेशालय को भेजता है। 

(7). जज एडवोकेट जनरल प्रवेश: एलएलबी में न्यूनतम 55 प्रतिशत कुल अंकों सहित विधि स्नातक और 21 से 27 वर्ष तक की आयु वाले व्यक्ति जज एडवोकेट जनरल शाखा के लिए आवेदन कर सकते हैं। पात्र उम्मीदवारों को सीधे ही सेवा चयन बोर्ड द्वारा साक्षात्कार के लिए बुलाया जाता है और तत्पश्चात उनको चिकित्सा जांच की जाती है। यह अल्पकालिक सेवा कमीशन प्रवेश है जिसमें योग्य उम्मीदवार बाद में स्थायी कमीशन का चुनाव कर सकते हैं। 

(8).जूनियर कमीशन अफसरों तथा अन्य रैंकों (जेसीओ एवं ओआर) की भर्ती: सेना में 48 रेजीमेंटल केंद्रों के अतिरिक्त ग्यारह आंचलिक भर्ती कार्यालय, दो गोरखा भर्ती डिपो, एक स्वतंत्र भर्ती कार्यालय और 59 सेना भर्ती कार्यालय हैं जो अपने-अपने क्षेत्राधिकार के क्षेत्रों में रैलियों के माध्यम से भर्तियां करते हैं । सोल्जर जनरल ड्यूटी, सोल्जर ट्रेड्समैन, सोल्जर टेक्निकल, सोल्जर क्लर्क/स्टोर कीपर ट्रेड एवं सोल्जर नर्सिंग सहायक श्रेणियों के लिए जेसीओ/ओआर की भर्ती ऑनलाइन एप्लिकेशन सिस्टम द्वारा की जाती है। हालांकि, रिलिजियस टीचर जेसीओ (आरटी जेसीओ), हवलदार एजुकेशन, हवलदार ऑटो कार्टोग्राफर तथा जेसीओ केटरिंग जैसी श्रेणियों के लिए आवेदन प्रणाली ही प्रयोग में लाई जा रही है। जेसीओ/ओआर के लिए मौजूदा भर्ती में इच्छुक उम्मीदवारों की रैली साइट पर 1.6 किमी. की दौड़ के बाद छंटनी शामिल है और उसके बाद दस्तावेज की जांच, शारीरिक स्वस्थता जांच, शारीरिक नाप व चिकित्सा जांच की जाती है। इसके बाद सभी जांचों के बाद पात्र पाए जाने वाले उम्मीदवारों को संबंधित प्रशिक्षण केंद्रों पर प्रशिक्षण के लिए भेजा जाता है। यह सुनिश्चित करने का प्रयास रहता है कि एक भर्ती वर्ष में एक बार भर्ती रैलियों द्वारा देश के प्रत्येक जिले तक पहुंचा जा सके।