डीएफओ की कमी के चलते जंगल महकमे में 6 वनमंडलों को कम करने की कवायद तेज


स्टोरी हाइलाइट्स

जंगल महकमे में शीर्षस्थ अधिकारियों की भरमार है किंतु मैदानी अमले का पहला प्रहरी डीएफओ की कमी के चलते 18 वनमंडलों ....

डीएफओ की कमी के चलते जंगल महकमे में 6 वनमंडलों को कम करने की कवायद तेज गणेश पाण्डेय  भोपाल. जंगल महकमे में शीर्षस्थ अधिकारियों की भरमार है किंतु मैदानी अमले का पहला प्रहरी डीएफओ की कमी के चलते 18 वनमंडलों के पुनर्गठन की प्रक्रिया तेज हो गई है. यानी छह वनमंडलों को कम किया जा रहा है. सिवनी एवं छिंदवाड़ा उत्पादन वन मंडल यथावत रहेंगे. वन विभाग से मिली अधिकृत जानकारी के अनुसार सेंधवा और देवास उत्पादन वन मंडल को समाप्त कर उसे क्षेत्रीय वन मंडल देवास में समाहित किया जा रहा है. इसी प्रकार उत्तर बालाघाट, उत्पादन, दक्षिण बालाघाट उत्पादन और पश्चिम बालाघाट को एक किया जा रहा है. यानी 3 उत्पादन वनमंडलों को जोड़कर एक वनमंडल बनाया जा रहा है. इसका नाम बालाघाट उत्पादन वन मंडल होगा. इसी प्रकार पश्चिम सामान्य वन मंडल मंडला और पश्चिम सामान्य वनमंडल मंडला को जोड़कर एक वनमंडल मंडला के नाम से बनाया जा रहा है. इसी प्रकार दक्षिण एवं उत्तर वन मंडल शहडोल को जोड़कर शहडोल मंडल बनाने पर मंथन चल रहा है. छिंदवाड़ा सर्किल में तीन वन मंडल सामान्य के रूप में कार्यरत हैं. इन्हें पुनर्गठित कर दो वनमंडल सामान्य के रूप में स्थापित किया जा रहा है. यानी पुनर्गठन के बाद छिंदवाड़ा सर्किल में पुनर्गठन के बाद उत्तर छिंदवाड़ा एवं दक्षिण छिंदवाड़ा वन मंडल के रूप में कार्यरत करेगे. इसी प्रकार पन्ना जिले में दो वनमंडलों को समाहित कर एक वन मंडल बनाया जा रहा है जिसका नाम पन्ना वनमंडल सामान्य होगा. इसी प्रकार सिवनी के दो वनमंडलों को समाहित कर एक किया जा रहा है.