हम कर्म करने के लिए स्वतंत्र है फिर भी 100 साल बाद क्या होगा यह तय है? ... p अतुल विनोद


स्टोरी हाइलाइट्स

हम कर्म करने के लिए स्वतंत्र है फिर भी 100 साल बाद क्या होगा यह तय है| Destiny secrets: Is everything pre-determined? P ATUL VINOD  ईश्वर ने हमें कर्म करने की स्वतंत्रता दी है|  जब हम अपनी मर्जी से कर्म करते हैं तो हमारा भविष्य "कैसे" पहले से तय हो सकता है?  और यदि हमारा भविष्य तय नहीं है तो  10 साल बाद क्या होगा यह कैसे बताया जा सकता है?  इस धरती पर हर जीव जंतु अपनी मर्जी से ही कर्म कर रहा है|   कल कोई जीव क्या करेगा  ये आज कैसे तय हो सकता है?  इसके बावजूद भी  कि हम कर्म करने के लिए स्वतंत्र है तब भी सब कुछ पहले से तय है|  हम अपनी मर्जी से कर्म कर सकते हैं लेकिन कल हम क्या करेंगे किस सेकंड पर हमारा क्या एक्शन होगा वो पूर्व निर्धारित है| हम इसे परखने के लिए अगले पल करने वाले कर्म को बदल सकते हैं|  आप प्रक्टिकल कीजिए .. आपने जो टी किया है उसे आप न करके दूसरा काम करें| निश्चित ही आप दूसरा काम करने में कामयाब हो सकते हैं| आप मेहनत कीजिये आप ९९ फीसदी मामले में सफल भी हो सकते हैं| बात बहुत विरोधाभासी है| हम सबके अंदर यह सवाल हमेशा मौजूद रहता है| हम अपनी मर्जी से चलते हैं या ईश्वर की?  कुछ लोग कहते हैं कि सब कुछ पहले से तय है, एक पत्ता भी उसकी इच्छा से नहीं हिल सकता और कुछ लोग कहते हैं कि मनुष्य कर्म प्रधान है वो जैसा करेगा वैसा ही फल प्राप्त करेगा|  इस सवाल का ठीक-ठीक जवाब नहीं दिया जा सकता जब तक कि  इस पर एक अलग दृष्टि से नजर ना डाली जाए|  लाइफ में  सब कुछ पहले से तय है और नहीं भी|  ईश्वर ने हमारा भविष्य लिख भी दिया है और नहीं भी|  Why Pray if God Has Already Decided Everything? हम अपनी मर्जी के मालिक हैं भी और नहीं भी|  हम अपने कर्म से अपने भाग्य का निर्माण कर भी सकते हैं और नहीं भी|  ये बातें बहुत आश्चर्यजनक है|  है भी और नहीं भी|  यह तो कोई निष्कर्ष नहीं हुआ|  उपदेशक कहते है कि हम अच्छे से अच्छा कर्म करें| फिर कहा जाता है कि जो कुछ होता है ईश्वर की मर्जी से होता है|  जब सब कुछ तय है तो हम अच्छे से अच्छा कर्म कैसे करें?  हम तो वही करेंगे जो पहले से तय है| यदि सब कुछ हमारे कर्म के अधीन है, फिर तो भगवान भी भविष्यवाणी नहीं कर सकता|  ये बात एक दम सच है कि हम आपने अनुसार कर्म कर सकते हैं|  हमे कर्म करने की फ्रीडम भी मिली हुयी है|  Has God Predetermined Every Tiny Detail In the Universe ईश्वर हमारे कर्म पर कोई कंट्रोल नहीं रखता|  ईश्वर हमारे कर्म में किसी तरह की कोई बाधा नहीं डालता|  ईश्वर ने हमको सब कुछ करने की छूट दे रखी है|  इसलिए हम बुरा से बुरा कर्म भी कर बैठते हैं|  कर्म की स्वतंत्रता के कारण ही रेप और मर्डर जैसी घटनाएं होती चली जाती हैं| यदि ईश्वर का हमारे कर्म पर कंट्रोल होता तो वो हमें दुष्कर्म करने ही नहीं देता| इस स्वतंत्रता के बावजूद भी, यह पहले से तय है कि 10 साल बाद  हम क्या करेंगे? कैसे करेंगे? इसके बावजूद की इश्वर का इसमें कोई हस्तक्षेप नहीं|  ये धरती कैसी होगी हमारे देश का क्या होगा? सब कुछ तय नहीं होते हुए भी तय है| कहीं लिखा नहीं है लेकिन केलकुलेटेड है|  दरअसल यह यूनिवर्स में होने वाली हर क्रिया प्रतिक्रिया घटना एक सीक्वेंस है| हम यूनिवर्स के एक छोटे से हिस्से हैं|  सब कुछ आपस में जुड़ा हुआ है|  इसलिए हम अगले पल क्या करेंगे इस बात की जानकारी इस यूनिवर्स को है|  हर जीव, जंतु, कण, परमाणु आने वाले समय में क्या स्वरूप लेगा इस बात का अंदाजा विश्व चेतना  लगा सकती है| और उसका कैलकुलेशन इतना सटीक होता है कि आज से 100000 साल बाद इस दुनिया में कब कहां कैसे और क्या होगा उसे पता है| हम कर्म के अधीन होते हुए भी देश, काल, परिस्थिति,  प्रारब्ध और संस्कार के अधीन ही क्रिया और प्रतिक्रिया करते हैं| हम चाहते हैं कि ठीक 6:00 घर पहुंच जाएं|  लेकिन समय का 100% कैलकुलेशन करने के बावजूद भी हम ठीक 6:00 घर नहीं पहुंच पाएंगे| क्योंकि  यात्रा शुरू होने के बाद कब कहां ट्रैफिक जाम लगेगा? कब कहां कौन सा वाहन हमारी गति धीमी करेगा? किस वजह से हम तेज चलेंगे और किस वजह से हमारी यात्रा धीमी हो जाएगी यह हमें नहीं पता| Karma: Facing our Destiny with Free Will मनुष्य ने तकनीक के विकास के साथ एक टेक्नोलॉजी डिवेलप की है जिसे हम आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस कहते हैं|  आज गूगल बता सकता है कि हम  अपनी आदतों के अनुसार आने वाले समय में क्या कर सकते हैं| हम यूट्यूब पर कौन सा वीडियो देखेंगे|  फेसबुक पर किस पोस्ट को क्लिक करेंगे|  मोबाइल में क्या सर्च कर सकते हैं |  कौन सी मूवी हमें पसंद है|  किस तरह के स्थान पर जाना हमें अच्छा लगता है|  यह सारी बातें हमारे मोबाइल में स्टोर ऐप को पता है| थोड़ी सी जानकारी के बाद भी ये तकनीक बहुत कुछ अंदाज़ा लगा लेती है| जब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस हमारे बारे में इतनी कुछ भविष्यवाणियां कर सकती है तो परमानेंट और नेचुरल यूनिवर्सल इंटेलिजेंस क्या नहीं जानती| वह (बिगबैंग) यूनिवर्स के शुरुआत से लेकर अब तक के हमारे संपूर्ण डेवलपमेंट, एक-एक आदत 1-1 कर्म, सेल, डीएनए, हमारी प्रोग्रामिंग और कंडीशनिंग, हर शब्द, विचार का डाटा रखती है| AI(आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) के पास तो आत्मा की सम्पूर्ण यात्रा का .० प्रतिशत डाटा भी नहीं|  विश्व के पास तो पूरा डाटा है| एक अंश भी नहीं छूटा| न सिर्फ एक मनुष्य बल्कि उस वैश्विक बुद्धिमत्ता के पास हर एक अणु, परमाणु, इलेक्ट्रॉन, प्रोटॉन, न्यूट्रॉन और उनके अंदर मौजूद  क्वार्क और क्वान्टा तक का उसकी उत्पत्ति से लेकर अब तक का डाटा मौजूद है| हम क्या करेंगे और दूसरे क्या करें|  यह सब सहज कैलकुलेट किया जा सकता है, यदि  सुक्ष्मतम अणु- परमाणु के स्तर तक के बिहेवियर को कैलकुलेट किया जा सके| आप मेरा ये विडियो किस सेकेण्ड पर कैसे देखेंगे इसकी जानकारी विश्व चेतना को अरबों साल पहले थी... मानव कब कैसा विकास करेगा ये भी विश्व बुद्धि ने अरबो साल पहले केल्कुलेट कर लिया होगा| हम सब यूनिवर्स के ब्लूप्रिंट के आधार पर चल रहे हैं|  जैसे एक बीज में वृक्ष बनने का पूरा ब्लूप्रिंट होता है वैसे ही हमे  बनाने वाले बीज में हमारा ब्लूप्रिंट होता है|  उस ब्लूप्रिंट के आधार पर हम विकसित होते जाते हैं| देश काल परिस्थिति और लोगबाग उसे ढालने में भूमिका निभाते हैं| कब कैसी परिस्थिति हमे मिलेगी हम उसके आधार पर क्या सोचेंगे कैसे रियेक्ट करेंगे, किसकी पूजा करेंगे, कौनसा धर्म मानेगे कब कैसा भाव, विचार, संवेदना आएगी ये उसे पता है|  यूनिवर्सल कॉन्शसनेस को मालूम है कि आप जब बीज के अंकुरण से  विकसित होना शुरू करेंगे तो कब कैसा एटमॉस्फेयर होगा, कैसे लोग आप के संपर्क में आएंगे, किस किस तरह की ऊर्जा का आप पर प्रभाव पड़ेगा, आपके बढ़ने पर कब कौन सा ग्रह किस समय पर किस तरह का प्रभाव डालेगा|  इसी आधार पर वह हंड्रेड परसेंट एक्यूरेट कैलकुलेशन कर लेता है| आपके जन्म के समय, स्थान और ग्रह नक्षत्रों की चाल के आधार पर एक ज्योतिषी आपके जीवन को लेकर बहुत कुछ बातें सटीक बता देता है|  Freewill and Karma ज्योतिषी भविष्यवाणी नहीं करता बल्कि जन्म समय, ग्रह, नक्षत्र, तारे, देश, काल, परिस्थिति के आधार पर  केल्कुलेशन करता है|  इसलिए सब कुछ तय न होते हुए भी सीक्वेंस या चेन रिएक्शन के कारण तय हो जाता है| जैसे विज्ञान उपकरणों के निर्माण के साथ ही कई मामलों में उसकी एक्सपायरी डेट बता देता है| Universal intelligence मोबाइल स्क्रीन कितने टच के बाद काम नही करेगी ये बताया जा सकता है| कोई इंजिन कितने किलोमीटर चलेगा, बैटरी की लाइफ क्या होगी| यहाँ तक की विज्ञान ये भी बता सकता है की मनुष्य को कब कौनसी बीमारी होगी और दुर्घटना न घटी तो वो कितना जियेगा| विज्ञान जांच करके बताता है| ज्योतिषी गणना करके बता देता है| विश्वव सत्ता के पास ये सभी तकनीक हैं| जिसका अंदाज़ा भी नहीं| विश्व समय यात्रा भी कर सकता है| वो आज से करोड़ साल बाद के समय में भी जा सकता है|