किसान आंदोलन: मियां खलीफा के आने की अफवाह उड़वाई, जिसकी वजह से थोड़ी बहुत भीड़ आई.. बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी


स्टोरी हाइलाइट्स

नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने रविवार को मुजफ्फरनगर में आयोजित..

किसान आंदोलन: मियां खलीफा के आने की अफवाह उड़वाई, जिसकी वजह से थोड़ी बहुत भीड़ आई.. बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी   नई दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन का नेतृत्व कर रहे राकेश टिकैत ने रविवार को मुजफ्फरनगर में आयोजित किसान महापंचायत को संबोधित किया। टिकैत ने सत्तारूढ़ भाजपा, उत्तर प्रदेश और केंद्र सरकार पर भी हमले किए। राकेश टिकैत ने भाजपा को दंगा करने वाली पार्टी करार दिया और उसे हटाने का आह्वान किया।     राकेश टिकैत के खिलाफ बीजेपी ने भी पलटवार किया है। राकेश टिकैत के एक ट्वीट को लेकर बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने लिखा कि 20,000 लोग इकट्ठा नहीं हो सके और 20 लाख किसानों का दावा कर रहे हैं। उन्होंने टिकैत पर निशाना साधते हुए कहा, 'उन्होंने 4 तस्वीरें ट्वीट की हैं और चारों में सिर्फ अपना ही चेहरा दिखा रहे हैं।' सुना था मियां खलीफा की अफवाह उड़ी तो थोड़ी भीड़ आई लेकिन लोग मायूस होकर लौट गए।   https://twitter.com/rakeshbjpup/status/1434511221496057856?s=20   आपकों बता दे कि, राकेश टिकैत ने अपने ट्वीट में लिखा कि जम्मू-कश्मीर से लेकर केरल तक के 20 लाख किसान मुजफ्फरनगर पहुंचे और तानाशाही सरकार को फिर से प्रमाणित किया, जिसे उन्होंने मुट्ठी भर किसान बताया। वे पूरे देश के किसान हैं। राकेश त्रिपाठी से पहले यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने भी किसानों के आंदोलन के मुद्दे पर तंज कसा था। मौर्य ने किसान आंदोलन की तुलना नागरिकता अनुसंधान अधिनियम (सीएए) के खिलाफ शाहीनबाग प्रदर्शन से की। कानपुर में एक समारोह को संबोधित करते हुए केशव प्रसाद ने कहा, "किसान आंदोलन में शामिल किसान नहीं बल्कि सपा, बसपा और कांग्रेस के लोग हैं।" किसान आंदोलन अब उसी स्थिति में है, जैसे शाहीनबाग आंदोलन था।