अलविदा जगदीप (सूरमा भोपाली)- अभिनेता जगदीप को मुंबई में किया गया सुपुर्द-ए-खाक


स्टोरी हाइलाइट्स

अलविदा जगदीप (सूरमा भोपाली)- अभिनेता जगदीप को मुंबई में किया गया सुपुर्द-ए-खाक अभिनेता जगदीप (सूरमा भोपाली) को मुस्तफा बाजार मझगांव स्थित शिया कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए- खाक किया गया। 29 मार्च, 1939 को जगदीप (सैयद इश्तियाक अहमद जाफरी) का जन्म मध्य प्रदेश के दतिया में हुआ था। उन्होंने बचपन में ही B. R. चोपड़ा की फिल्म अफसाना से मास्टर मुन्ना के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी। जगदीप ने कॉमेडी के साथ-साथ  रामसे ब्रदर्स की पुराना मंदिर और सामरी जैसी हॉरर फिल्मों में भी काम किया। जगदीप ने 5-6 फिल्मों में लीड रोल भी किया था। जगदीप(सूरमा भोपाली), रमेश सिप्पी की फिल्म 'शोले' (1975) के किरदार सूरमा भोपाली के नाम से पॉपुलर थे। यह बात कम ही लोग जानते होंगे कि इस किरदार की खोज का क्रेडिट भी उन्हें ही जाता है। जब शोले  के  राइटर सलीम-जावेद कहानी लिख रहे थे, तब जगदीप (सूरमा भोपाली) ने खुद उन्हें भोपाल के एक ऑफिसर के बारे में बताया था, जिसे सूरमा कहा जाता था। जगदीप ने सूरमा की खासियत के बारे में भी सलीम-जावेद के साथ डिस्कशन किया था, जिन्हें फिल्म में शामिल किया गया। यह खुलासा खुद जगदीप ने एक इंटरव्यू में किया था। जगदीप ने बतौर निर्देशक किरदार 'सूरमा भोपाली' पर 1988 में इसी टाइटल के साथ फिल्म बनाई और उन्होंने ही इसमें मुख्य भूमिका निभाई थी। फिल्म को उनके बेटे नवेद ने प्रोड्यूस किया था। अमिताभ बच्चन, रेखा और धर्मेंद्र ने इसमें कैमियो किया था।