हाई ब्लड प्रेशर : BP : कारण, लक्षण और घरेलु उपाय ....


स्टोरी हाइलाइट्स

हार्ट शरीर का एक ऐसा महत्वपूर्ण अंग है जिसके बगैर जीवन संभव नहीं, हृदय(Heart) रक्त को शरीर के सभी अंगों को पम्प करके कोने-कोने में पहुंचाता है

हाई ब्लड प्रेशर : BP : कारण, लक्षण और घरेलु उपाय ....   हाई ब्लड प्रेशर:-  हार्ट शरीर का एक ऐसा महत्वपूर्ण अंग है जिसके बगैर जीवन संभव नहीं, हृदय(Heart) रक्त को शरीर के सभी अंगों को पम्प करके कोने-कोने में पहुंचाता है जिससे जीवन की रक्षा हेतु आवश्यक भोजन प्राप्त होता है. विजातीय पदार्थ शरीर से बाहर निकल जाते हैं. ये भी पढ़ें..सर्पगंधा : उच्च रक्तचाप (High BP) वातिक उन्माद, अनिद्रा एवं अन्य मानसिक विकारों को शमन करने में सर्वोत्तम औषधि हृदय(Heart) के सिकुड़ने तथा फैलने की प्रक्रिया से रक्त वाहिनी धमनियों द्वारा शरीर के विभिन्न हिस्सों में पहुंचता है, साधारणतया रक्त धमनियां भी फैलती एवं सिकुड़ती रहती है और हृदय (Heart) अपने काम को ठीक से करता रहता है. इस स्थिति को रक्तचाप की सामान्य अवस्था कहते हैं किन्तु जब रक्त धमनियां कठोर हो जाती हैं और उनमें अवरोध पैदा हो जाता है, ऐसा अधिकतर कोलेस्ट्रॉल पदार्थ के धमनियों में जमा हो जाने से होता है और रक्त भी गाढ़ा हो जाता है. इस स्थिति में धमनियों का मार्ग अवरुद्ध हो जाता है जिससे मार्ग से जब रक्त का संचालन होता है तो हृदय(Heart) पर अधिक दबाव पड़ता है जिसे हाई ब्लड प्रेशर के नाम से जाना जाता है, जब रक्तचाप अधिक बढ़ जाता है तो हृदय(Heart) रक्त को संचालित करने में असमर्थ हो जाता है जिसे हार्ट फेल कहते हैं. हाई ब्लड प्रेशर होने के कारण:- सामान्यतया स्वस्थ मनुष्य जो युवा होता है उसका रक्तचाप 70/120-80/130 तक होना चाहिए, अक्सर बढ़ी हुई स्थिति में 100/ 160 तक पहुंच जाता है और इससे भी अधिक की स्थिति जानलेवा साबित होता है. हृदय(Heart) की सिकुड़ने की प्रक्रिया को डायस्टोलिक और फैलने की प्रक्रिया को सिस्टोलिक कहते हैं. बच्चों में रक्तचाप सामान्यतः 80/50, नवयुवकों में 70/120 80/130 तथा बूढों में 10/140 होता है. ये भी पढ़ें..Morning walk importance की बात करें तो इसके महत्व बहुत है और इसलिए चलिए जानते है  हाई ब्लड प्रेशर के कई कारण हो सकते हैं परन्तु मुख्य कारण प्राकृतिक जीवन शैली छोड़कर कृत्रिम जीवन जीना है, शारीरिक श्रम न करके मानसिक श्रम कर अपना जीवन यापन करना है. सुपाच्य भोजन न करके गरिष्ठ व कुपथ्य भोजन करना, शाकाहारी भोजन न करके मांसाहारी भोजन करना जो कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल के जमाव का जिम्मेदार है, हाई ब्लड प्रेशर का जिम्मेदार माना जा सकता है. कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से रक्त धमनियों में कठोरता तथा अवरुद्धता पैदा हो जाती है और धमनियों का छीद्र कम होने लगता है जिससे हाई ब्लड प्रेशर की उत्पत्ति होती है. हाई ब्लड प्रेशर BP के लक्षण:- सिर घूमना तथा चक्कर आना, नींद न आना तथा सुबह उठने पर थकान महसूस होना, लगातार थकान व कमजोरी महसूस होना, शरीर में अकड़ाहट होना, श्वांस फूलना, पेट में गड़बड़ी रहना, सीने में खिंचाव महसूस होना, घबराहट तथा चिड़चिड़ापन होना, सिरदर्द बना रहना, धूम्रपान, मदिरा सेवन, चाय, काफी, अत्यधिक गरम मसाले, चिन्ता, क्रोध आदि कारण भी हो सकते हैं. हाई ब्लड प्रेशर  के घरेलू उपचार:-  1. 3 ग्राम मेथी चूर्ण सुबह-शाम पानी के साथ लें, 15 दिन में लाभ होगा. 2. चना बराबर मात्रा में लेकर उसके आटे की रोटी खाएं. 3. 4 ग्राम तरबूज के बीज तथा 4 ग्राम खसखस बीज पीसकर पानी के साथ खाली पेट इस्तेमाल करें. 4. शहद एवं प्याज का रस(2 चम्मच) रोज लें. इसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल कम होगा, नींद आयेगी, दिल की धड़कन ठीक होगी. 5. हरी चौलाई अथवा दूब घास का रस लें. 6. नियमित भोजन के बाद छाछ ले. 7. पांच तुलसीपत्र तथा 2 नीमपत्र 20 ग्राम पानी में घोट लें तथा प्रातः काल इस्तेमाल करें. 8. तांबे के बर्तन में रात भर पानी रखें तथा सुबह पीएं. 9. एक दो जवा लहसुन छीलकर सुबह खाएं जिससे कोलेस्ट्रॉल कम होगा और गैस की समस्या हल होगी, 10. पपीता फल सेवन करें. 11. सब्जी तलकर नहीं बल्कि उबालकर खायें. मूली, गाजर, ककड़ी, खीरा, प्याज, मूली पत्ता, पालक का इस्तेमाल करें. ये भी पढ़ें.. करें हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल इन आहार से, जो इम्यूनिटी बढ़ाने मैं भी हैं कारगर- 12. नहाने के पहले तेल मालिश करें, अधिक नमक और चीनी न खायें. 13. सिगरेट, बीड़ी, शराब, मांस-मछली न लें. 14. रुद्राक्ष की माला धारण करें. 15. अर्जुन की चाय इस्तेमाल करें. हाई ब्लड प्रेशर  में पथ्य आहार DIET:-  नींबू, पपीता, सेब, मुसम्मी, आंवला, चौलाई, लहसुन, प्याज, पालक, टमाटर, बथुआ आदि आहार पथ्य हैं जबकि दूध, घी, खोवा, रबड़ी, मलाई, मक्खन, तले गरिष्ठ भोजन, अधिक नमक, कॉफी, चाय, मिर्च, मसाला, तेल, खटाई अपथ्य हैं, साथ ही मांस, मदिरा आदि अपथ्य हैं हाई ब्लड प्रेशर को कम करने वाली जड़ी-बूटियां तथा योग:- अनेक भारतीय जड़ी-बूटी हाई ब्लड प्रेशर को कम करने की दक्षता रखती हैं किन्तु रुद्राक्ष, जटामासी, अर्जुन तथा सर्पगन्धा इनमें महत्वपूर्ण स्थान रखती हैं, अनेक आयुर्वेदिक औषधियों के निर्माताओं ने इन जड़ी-बूटियों के द्वारा विभिन्न हर्बल औषधियों को निर्मित किया है.