पुरानी बुरी आदतों से छुटकारा कैसे पायें (Buri adto se kaise chhutkara paye) ? -दिनेश मालवीय


स्टोरी हाइलाइट्स

अंग्रेजी में एक कहावत है - Old habits die hard यानी पुरानी आदतें मुश्किल से छूटती हैं.| Buri adto se kaise chhutkara paye

पुरानी बुरी आदतों से छुटकारा कैसे पायें (Buri adto se kaise chhutkara paye)? -दिनेश मालवीय अंग्रेजी में एक कहावत है - old habits die hard यानी पुरानी आदतें मुश्किल से छूटती हैं. किसी बुरी आदत के बारे में बात करने पर हम अक्सर लोगों को यह कहते सुनते हैं कि क्या करें साहब पुरानी आदत है छूटती नहीं है. लेकिन ऐसा नहीं है. आदत को हमने पकड़ा है, आदत ने हमें नहीं. जिस चीज को हमने पकड़ा है, उसे छोड़ना भी हमें ही पड़ेगा. समाज में बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं, जो किसी बुरी आदत के शिकार हो गये हैं. वे उसकी बुराइयों को जानते हैं, और उसे छोड़ना भी चाहते हैं, लेकिन उन्हें इसका कोई उपाय नहीं सूझता. इस विषय में हमारे पुराने ग्रंथों में मार्गदर्शन दिया गया है. इसका सबसे और सशक्त उपाय है मजबूत संकल्प. अगर हमारा संकल्प मजबूत हो तो किसी भी बुरी आदत को छोड़ने में बहुत कठिनाई नहीं हो सकती. ऐसे अनेक लोग हैं, जो कहते हैं कि सुबह मुंह में तम्बाकू रखे बिना या बीडी-सिगरेट पिए बिना उन्हें मलत्याग नहीं होता. लेकिन यह सिर्फ उनका वहम है. मैंने अनेक लोगों से कहा कि वे कुछ दिन ऐसा न करें और फिर उसका परिणाम देखें. कुछ दिन तक तो पुरानी धारणा के कारण उन्हें तकलीफ हुयी, लेकिन फिर बिना बीड़ी-सिगरेट या तम्बाकू के उन्हें सुगमता से मलत्याग होने लगा. कई लेखक और कलाकार ऎसी धारणा पाल लेते हैं कि शराब पिए या कोई अन्य नशा किये बिना उनका मूड नहीं बनता, लेकिन यह भी मन का वहम ही है. महान पार्श्वगायक मोहम्मद रफ़ी और किशोर कुमार शराब को हाथ भी नहीं लगाते थे.मैं नाम नहीं बताता, लेकिन भारत के कुछ ऐसे विश्वविख्यात शास्त्रीय गायक और संगीतकार हुए हैं, जो performance से पहले इतनी शराब पी लेते थे कि, उन्हें चार लोग पकड़कर स्टेज पर लाते थे. हालाकि उनके परफॉरमेंस में कोई कमी नहीं रहती थी. लेकिन आगे चलकर स्वास्थ्यगत कारणों से उन्हें शराब छोडनी पड़ी, और उनके performance में रत्तीभर भी फर्क नहीं पड़ा. बल्कि वे और अधिक अच्छा महसूस करने लगे. सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का ही उदाहरण हमारे सामने है. किसी समय वह भी बहुत शराब पीने लगे थे. बीमार होने के बाद उन्होंने शराब के साथ-साथ नॉनवेज खाना भी छोड़ दिया. लेकिन उनके अभिनय कौशल पर कोई विपरीत प्रभाव नहीं पड़ा. वह आज बहत्तर साल की उम्र में भी युवाओं की तरह ऊर्जा से भरे हैं और लगातार काम कर रहे हैं. बुरी आदतों को छोड़ने में भगवान के नाम का जप, ध्यान, योग, प्राणायाम और व्यायाम बहुत सहायक हो सकते हैं. आप लगातार ऐसा भाव जगाते रहिये कि नशा या कोई अन्य बुरी आदत छोड़ना असंभव नहीं है. केवल मजबूत संकल्प से इसे छोड़ा जा सकता है. Latest Hindi News के लिए जुड़े रहिये News Puran से.