आप दिल पर राज करना चाहती हो या घर पर?
रानी वो है जो दिल पर राज करे -
प्रेम प्रसंग में अक्सर प्रेमी एक दूसरे से कहते है कि तुम मेरी रानी हो या तुम मेरे राजा हो लेकिन क्या असल में सच है?
आज के टाइम में बहुत कम ही महिलाएं ऐसी है जो पुरुषों के दिल पर राज करती हो, हुकूमत करती भी है तो कहाँ और किस पर? घर, गाड़ी, गहने और नौकर पर?
ये असली हुकूमत नहीं है, पति को डांटकर, डराकर अपने वश में रखने की कोशिश करना और फिर खुद को रानी समझना ये भी बेवकूफी है- आप जितना चीज़ो और सुविधाओं को प्राप्त करना चाहोगी मिल जाएगी, लेकिन प्रेम और सुकून नहीं।
रानी तो वो है जो दिल पर राज करें। चीज़े सुविधाएं सब-कुछ वक्त के साथ खत्म हो जाती है पर प्रेम कभी खत्म नहीं होता।
एक औरत अपने पूर्ण स्वरूप में होती है तब न सिर्फ बाहर से किन्तु अंदर से भी सुंदर लगती है और आंतरिक सुंदरता हमेशा बरकरार रहती है| आंतरिक सुंदरता हर किसी प्राणी, मनुष्य को अच्छी लगती है और जब कोई हमारे अंदर अच्छाई देखता है तब वो खुद में भी अच्छाई को देखता है और वैसा ही पेश आता है|
मैंने अपने बिज़नेस और काम के दौरान कई महिलाओ से बात की 50% से भी अधिक औरते आज पुरुषों की भांति व्यवहार करने लगी है उनकी वाणी में वो मिठास नहीं| कठोरता दिखाना तेज बनना और इस तरह की चीज़े करके खुद का मुकाबला पुरुषों से करना।
ये मुकाबला, ये दौड़, कहाँ तक ले जाती है, घर परिवार में झगड़ा फसाद और रिश्तो के टूटने का कारण बनती है बस। हाँ अगर महिलाएं कॉम्पिटिशन करे, अगर लिखने, पढ़ने और ज्ञान और अपनी व्यक्तित्व को निखारने में करें तो वह और बेहतर बन सकती है। वैसे तो निश्चित ही महिलाएं हर जगह पर आगे है।
परमात्मा ने एक महिला को अद्भुद शक्ति दी है| हर महिला सत्य, शक्ति, प्रेम, दया, करुणा, शास्त्र, सहनशीलता, बलिदान का प्रतीक है। हर महिला शक्ति का रूप है, देवी का रूप है, एक माँ का रूप है।
महिला सुंदर स्वरूप में अपनी गरिमा में तेजमयी क्षत्राणी है।
M-दर्शना
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