BOLLYWOOD Vs YOGIWOOD: ऐसी होगी योगी की फिल्म सिटी.. इस तरह UP शिफ्ट हो जायेगा हिंदी फिल्म जगत


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कैसी होगी योगी की फिल्म सिटी?  क्या मुंबई को दे पाएगी मात?  बॉलीवुड बनाम योगीवुड  how-will-yogis-film-city-be-will-mumbai-be-able-to-beat-it-bollywood-vs-yogiwood

कैसी होगी योगी की फिल्म सिटी?  क्या मुंबई को दे पाएगी मात?  बॉलीवुड बनाम योगीवुड  उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बॉलीवुड की तर्ज पर योगीवुड बनाना चाहते हैं| हैदराबाद के बाद इस देश में दूसरी ऐसी कोई फिल्म सिटी नहीं है जो बॉलीवुड को टक्कर दे सके| हैदराबाद बॉलीवुड को इसलिए मात नहीं दे पाया क्योंकि वहां का कल्चर भाषा और भौगोलिक परिस्थिति मुंबई जैसी नहीं है| [embed]https://youtu.be/F2jYQe5ef4o[/embed] योगी आदित्यनाथ मुंबई में अभिनेता अक्षय कुमार के साथ 50 से ज्यादा फिल्म एक्टर प्रोड्यूसर और डायरेक्टर से मेल मुलाकात कर चुके हैं| योगी आदित्यनाथ नोएडा में एक ऐसी फिल्म सिटी का निर्माण करना चाहते हैं जो भारत की सबसे बड़ी फिल्म सिटी होगी|योगीवुड पर पूरे देश की निगाहें हैं| योगी इस फिल्म सिटी को यमुना एक्सप्रेस-वे से सटे ग्रेटर नोएडा सेक्टर-21 में 1,000 एकड़ में बनाना चाहते हैं| योगी का इरादा बॉलीवुड को टक्कर देने का है| नोएडा दिल्ली से सटा हुआ है और डेवलपमेंट के मामले में एनसीआर मुंबई से पीछे नहीं है|  खास बात यह है एनसीआर देश का दिल है और यहां पर मुंबई की तरह कई हाईप्रोफाइल हस्तियां रहती हैं| मोदी का यह सपना परवान चढ़ा निश्चित ही बॉलीवुड के लिए एक बड़ी चुनौती होगी| आने वाले समय में हिंदी फिल्म सिनेमा योगिवुड और बॉलीवुड में बांट सकता है| मुंबई के कुछ फिल्म निर्माता निर्देशकों का मानना है कि योगी का यह सपना परवान नहीं चढ़ पाएगा| इसके पीछे वह मुंबई की आजादी की वजह बताते हैं| हेलो कि यूपी में बनने वाला फिल्म स्थान नोएडा से सटे होने के कारण महिलाओं के लिए उतना ही सुरक्षित है जितना मुंबई क्योंकि नोएडा यूपी के कल्चर से उलट एनसीआर के कल्चर से चलता है जहां पर अनेक न्यूज़ चैनल्स है और लड़कियां देर रात की शिफ्ट में काम करके भी अपने आप को सुरक्षित महसूस करती हैं| इसलिए योगीवुड कि विरोधियों का यह तर्क रियलिटी से मैच नहीं करता| सबके जेहन में एक ही सवाल है कि यूपी की नई फिल्म सिटी जो कि नोएडा में बनने जा रही है क्या वह बॉलीवुड को टक्कर दे पाएगी| हालांकि फिल्म इंडस्ट्री के तमाम दिग्गज मुंबई को ज्यादा प्रेफर करते हैं लेकिन वक्त बदलता है तो दिग्गज भी बदल जाया करते हैं| मुंबई में कपूर परिवार बच्चन, चोपड़ा और खान परिवार का खास तौर पर वर्चस्व है| लेकिन नए दौर में नए अभिनेता भी विकसित हो रहे हैं जो भारत के दूसरे हिस्से से बिलॉन्ग करते हैं| बॉलीवुड में अंडरवर्ल्ड का दखल और नेपोटिज्म के कारण देश के दूसरे हिस्से से आने वाले नवोदित अभिनेता अभिनेत्री यहां पर खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं इसका ताजा उदाहरण सुशांत सिंह राजपूत है नोएडा में पहले से ही एक फिल्म सिटी बनी हुई है लेकिन वह हाथ कामयाब नहीं हुई है इसके पीछे इस सिटी का कमजोर इंफ्रास्ट्रक्चर और सरकार की फोकस करना होना भी है| मध्यप्रदेश में भी फिल्म सिटी बनाने की कवायद शुरू हुई थी लेकिन राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी के कारण यह फाइलों में ही रह गई|  जयपुर में भी फिल्म सिटी बनाने का प्रयास हुआ लेकिन  यह योजना भी परवान नहीं चढ़ सकी| माना जा रहा है कि उत्तर प्रदेश सरकार की एक कोशिश  फिल्म इंडस्ट्री के लिए बहुत फायदेमंद साबित होगी| फिल्म इंडस्ट्री को प्रोडक्शन के लिए एक बेहतर ऑप्शन मिल सकेगा| टीवी सीरियल्स और वेब सीरीज का प्रोडक्शन बढ़ता चला जा रहा है ऐसे में मुंबई फिल्म इंडस्ट्री का विकल्प नोएडा की योगिवुड बन सकती है| फिल्म की शूटिंग के लिए घर से बाहर रहना अभिनेता अभिनेत्रियों के लिए बड़ी बात नहीं है और फिर मुंबई से नोएडा की दूरी बहुत ज्यादा नहीं है| योगी सरकार लखनऊ में फिल्म शूट करने के लिए पहले से ही रियायत दे रही है| यूपी में टैलेंट और मैन पावर की कमी नहीं है| एनसीआर से सटे होने के कारण नोएडा में पूरे देश के लोग रहते हैं| वैसे भी फिल्म इंडस्ट्री को जहां राहत हैं और सुविधा मिलती है वहीं शूटिंग करती है भले ही इसके लिए उसे विदेश कूच क्यों ना करना पड़े| इमेज स्रोत,यूपी में कई बड़े कलाकारों ने शूटिंग की है इनमें अक्षय कुमार, अजय देवगन, शाहरुख़ ख़ान और सब सलमान ख़ान शामिल हैं| इतिहास की बात करें तो सबसे पहले फिल्म इंडस्ट्री का मुख्यालय लाहौर हुआ करता था वहां से फिल्म इंडस्ट्री कोलकाता शिफ्ट हुई और जब कोलकाता में यूनियन बाजी शुरू हुई तो यह इंडस्ट्री मुंबई में शिफ्ट हो गई| देखना यह है कि योगी की फिल्म सिटी क्या नोएडा को फिल्म इंडस्ट्री का नया ठिकाना बना पाएगी|