सिंगरौली की वनभूमि में आ रहे सूलियारी कोल ब्लॉक के एवज में सात स्थानों पर मिली भूमि संरक्षित वन घोषित: डॉ. नवीन जोशी


स्टोरी हाइलाइट्स

सिंगरौली की वनभूमि में आ रहे सूलियारी कोल ब्लॉक के एवज में सात स्थानों पर मिली भूमि संरक्षित वन घोषित: डॉ. नवीन जोशी राज्य सरकार ने सिंगरौली जिले के ...

सिंगरौली की वनभूमि में आ रहे सूलियारी कोल ब्लॉक के एवज में सात स्थानों पर मिली भूमि संरक्षित वन घोषित डॉ. नवीन जोशी भोपाल। राज्य सरकार ने सिंगरौली जिले के वन क्षेत्र में स्थित सूलियारी कोल ब्लॉक के लिये सात ग्रामों में मिली एवजी 259.239 हैक्टेयर भूमि को भारतीय वन अधिनियम 1927 के तहत संरक्षित वन क्षेत्र घोषित किया है। इससे उक्त कोल ब्लॉक में खनन का रास्ता साफ हो गया है। राज्य सरकार ने सिंगरौली जिले की चितरंगी तहसील के संजय टाईगर वनमंडल के वन परिक्षेत्र बगदरा स्थित ग्राम झपरवा की 60.10 हैक्टेयर, ग्राम करोंदिया की 18.63 हैक्टेयर, ग्राम रमपुरवा की 28.659 हैक्टेयर, ग्राम बीछी की 27.54 हैक्टेयर और ग्राम हरमा की 42 हैक्टेयर तथा चितरंगी तहसील के वनमंडल सिंगरौली के वन परिक्षेत्र गोरबी स्थित ग्राम डाला की 60.200 हैक्टेयर तथा ग्राम बगदरी की 22.110 हैक्टेयर भूमि को संरक्षित वन घोषित किया है। उक्त एवजी भूमि का नामांतरण सिंगरौली जिला कलेक्टर ने वन विभाग के पक्ष में कर दिया है तथा अब इनके संरक्षित वन बनने से इन पर अन्य किसी का व्यक्तिगत एवं सामुदायिक अधिकार नहीं रहेगा। उक्त कोल ब्लॉक की कुल 259.239 हैक्टेयर भूमि अन्यत्र एवज में प्रदान की गई है। इधर आरक्षित वन डिनोटिफाई किया : राज्य शासन ने होशंगाबाद जिले की इटारसी तहसील के वनमंडल होशंगाबाद के वन परिक्षेत्र सुखतवा के वन परिसर हिरणचापड़ा के घोघरा वनखण्ड के 224 हैक्टेयर वन क्षेत्र को डिनोटिफाई कर दिया है। इसे 24 फरवरी 1879 को आरक्षित वन के रुप में नोटिफाई किया गया था। अब 142 साल बाद इसे डिनोटिफाई कर दिया गया है तथा इसका स्वामित्व वन विभाग ने राजस्व विभाग को सौंप दिया है। यह भूमि इसलिये डिनोटिफाई की गई है ताकि सतपुड़ा टाईगर रिजर्व से विस्थापित कर इस भूमि पर बसाये लोगों के लिये वन भूमि का निर्वनीकरण किया जा सके तथा बसाये लोगों को भूमि का अधिकार मिल सके। Latest Hindi News के लिए जुड़े रहिये Newspuran से।