तनाव वाले स्थानों से भारत भी अपने सैनिकों को पीछे हटाएगा.. लद्दाख के सभी क्षेत्रों से पीछे हटेंगे चीनी सैनिक|
स्टोरी हाइलाइट्स
अपनी सेना को पीछे हटाएगा चीन| लद्दाख के सभी क्षेत्रों से पीछे हटेंगे चीनी सैनिक|
भारत और चीन के बीच बातचीत के सकारात्मक नतीजे सामने आ रहे हैं| अब भारत और चीन के बीच विवाद की खबरें भी कम होने लगी हैं|
राजनीति स्तर की वार्ता से भारत और चीन ने पूर्वी लद्दाख में सीमा विवाद पर ठंडक दिखाई देने लगी है| वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर शांति पूरी तरह बहाल करने के प्रयास रंग लाते हुए दिखाई दे रहे हैं| चीन ने लद्दाख सीमा क्षेत्र से सैनिकों के पूरी तरह पीछे हटने पर सहमति जताई। भारत-चीन सीमा मामलों पर परामर्श और समन्वय के लिए कार्य प्रणाली (डब्लूएमसीसी) की रूपरेखा के अनुसार
चौतरफा दबाव ने चीन के इरादों पर फिलहाल तो पानी फेर दिया है|
चीनी सेना अब तक पांच दिन में भारतीय सेना के साथ सहमतियों के अनुसार ही कदम उठा रही है|
दोनों देशों के बीच गतिरोध वाले तीन बिंदुओं से सैनिकों की वापसी कराई है।
क्षेत्र में तनाव कम करने के लिए दोनों पक्षों के बीच लगातार चर्चा हो रही है| पिछले कुछ सप्ताह में कई दौर की कूटनीतिक और सैन्य वार्ताएं असर दिखा रही हैं|
दोन पक्ष द्विपक्षीय समझौतों और प्रोटोकॉल के अनुरूप सीमावर्ती क्षेत्रों में अमन-चैन की बहाली पर जोर दे रहे हैं|
दोनों ही देशों ने एलएसी के आसपास सैनिकों के पूरी तरह पीछे हटने की बात दोहराई है। दोनों देशों का जोर है कि द्विपक्षीय संबंधों के समग्र विकास के लिए बॉर्डर पर लंबे समय तक अमन-चैन बनाए रखना जरूरी है।’
दोनों इस बात पर राजी है कि वरिष्ठ कमांडरों के बीच हुई सहमतियों को गंभीरता से लागू करने की जरूरत है। भारत और चीन की सेनाओं के बीच लंबे समय से गतिरोध बना हुआ है| पूर्वी लद्दाख में पिछले करीब दो माह से कई जगहों पर गतिरोध की स्थिति बनी हुई है। हिंसक झड़प में गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिकों के शहीद होने के बाद तनाव और बढ़ गया था ।