क्या क्या यही प्यार है? भौतिक प्यार के पीछे छिपा है ये कड़वा सच… P ATUL VINOD 


स्टोरी हाइलाइट्स

क्या क्या यही प्यार है? भौतिक प्यार के पीछे छिपा है ये कड़वा सच… P ATUL VINOD  is-this-love-this-bitter-truth-is-hidden-behind-physical-love-p-atul-vinod

क्या क्या यही प्यार है? भौतिक प्यार के पीछे छिपा है ये कड़वा सच… P अतुल विनोद  Is this love? This bitter truth is hidden behind physical love… कहते हैं  प्रेम साक्षात ईश्वर है| प्रेम और सत्य को एक ही माना गया है| प्रेम सत्य है और सत्य सुंदर है| लेकिन हमारा प्यार ना तो सत्य है ना सुंदर| स्वामी प्रभुपाद के मुताबिक हम अनादि काल से असत्य से प्रेम करने के आदि हैं| सच्चाई यह है कि हमारा “प्रेम” जिसे हम “प्यार” कहते हैं वह सिर्फ एक ढोंग है| एक बार एक अट्रैक्टिव युवक को एक खूबसूरत लड़की से प्यार हो गया| लड़की देखने में मॉडर्न थी लेकिन अंदर से उसका स्वभाव  किसी संत की तरह था| युवक ने उस लड़की को प्रपोज किया, लड़की मना करती रही|  वह लड़का उसके पीछे पड़ गया जैसा कि आमतौर पर होता है| हम अक्सर किसी  पर्सन के प्रति अट्रैक्ट होने के बाद उसे प्रपोज करते हैं| पहले अपनी भावनाओं का इज़हार करते हैं फिर उम्मीद करते हैं कि सामने वाला भी उसी तरह हमारे प्रति भी फील करे| मना करने के बाद हम और ज़िद पर आ जाते हैं और उसे कैसे भी करके हासिल करना चाहते हैं| हम सच्चे प्यार की दुआएं देते हैं| ऐसा ही इस लड़की के साथ हुआ, लड़का बार-बार उसे सच्चे प्यार की दुहाई देने लगा| लड़की ने कहा कि यदि तुम वाकई मुझसे प्रेम करते हो तो मेरे पास अब से ठीक 15 दिन बाद आना| लड़की ने ऐसी दवाइयां लेना शुरू की जिससे उसे दस्त लगने लगे, उसने अपनी केयर बंद कर दी, नहाना धोना भी बंद कर दिया| कुछ दिन में वह हड्डी का ढांचा नजर आने लगी| केयर न करने के कारण वो बदसूरत दिखने लगी उसके शरीर से बदबू भी आने लगी | उसने इस दौरान अपने शरीर से निकले हुए वेस्ट को एक जगह इकट्ठा कर लिया| ठीक 15 दिन बाद वह युवक सज धज कर, स्मार्ट बन कर उस लड़की के  पास आया| हालांकि वह उस लड़की को पहचान नहीं सका, लड़की ने बताया कि वह वही है जिससे वह बहुत प्यार करता है, अपनी जान से भी ज्यादा| जिसके लिए वह कुछ भी कर सकता है| लड़के ने पूछा कि अच्छा तुम वही हो लेकिन तुम्हारा सौंदर्य कहां है? लड़की ने कहा कि उसने अपनी पूरी ब्यूटी को निकालकर एक बर्तन में इकट्ठा कर दिया है| वो सीधे  उसके सौंदर्य के रसों का (ब्यूटी के एक्सट्रैक्ट) भोग कर सकता है| लड़का हैरत में पड़ गया, उसके मन में निकाल कर रखे गये सौंदर्य रस को देखने की इच्छा हुई| लड़की ने अपनी उल्टी, दस्त और गंदगी से भरा हुआ कंटेनर दिखाया| आपने कल्पना कर ली होगी कि उस युवक के क्या हाल हुए होंगे? सारा प्यार काफूर हो गया, हालांकि उस युवती के इस उपक्रम से उसे वास्तविक सत्य को जानने की इच्छा हुई| इसके बाद वह वास्तविक सत्य की खोज में लग गया| हम सब उस शरीर से आकर्षित हो जाया करते हैं जो वास्तव में सत्य नहीं है| दोनों युवक, युवती वास्तव में ऊपर से शरीर थे लेकिन अंदर से आत्मा| ऊपर का शरीर अंदर अनेक तरह के वेस्ट मटेरियल से भरा हुआ है| जो भी सुंदरता इस शरीर में दिखाई देती है वह अंदर की आत्मा के कारण है, आत्मा के छोड़ते ही वह शरीर पूरा का पूरा वेस्ट मटेरियल हो जाता है| हमारा जो वास्तविक सौंदर्य है| उसे ना तो हम देखते हैं ना ही कोई दूसरा| वास्तविक सत्य और सौंदर्य एक आत्मा ही है| यह आत्मा ही परमात्मा के रूप में चरम सत्य, चरम सौंदर्य, चरम ज्ञान, चरम शक्ति और चरम वैभव है| हम सबको इसी के आकर्षण में बंधना और बांधना चाहिए|