सीएम हेल्पलाईन की तरह अब केंद्र के सीपीग्राम्स में आई शिकायतों का भी निराकरण करना होगा: डॉ. नवीन जोशी


स्टोरी हाइलाइट्स

राज्य सरकार के विभागों एवं जिला कार्यालयों को अब सीएम हेल्पलाईन की तरह केंद्र सरकार के सीपीग्राम्स (सेन्ट्रलाईज्ड पब्लिक .....

अभी तक 90 हजार से अधिक शिकायतें निराकृत नहीं हुई डॉ. नवीन जोशी भोपाल। राज्य सरकार के विभागों एवं जिला कार्यालयों को अब सीएम हेल्पलाईन की तरह केंद्र सरकार के सीपीग्राम्स (सेन्ट्रलाईज्ड पब्लिक ग्रीवान्सेस रिड्रेस एण्ड मानिटरिंग सिस्टम) पोर्टल पर आई शिकायतों का भी समय पर निराकरण करना होगा। इस संबंध में राज्य के लोक सेवा प्रबंधन विभाग के प्रमुख सचिव मनीष रस्तोगी ने निर्देश जारी कर दिये हैं। सीपीग्राम्स पोर्टल पर इस समय मप्र के 58 विभागों की कुल 50 हजार 239 तथा 50 जिलों की 39 हजार 907 शिकायतें (कुल 90 हजार 146) निराकरण के लिये लंबित हैं। प्रमुख सचिव ने अपने निर्देश में कहा है कि सीपीग्राम्स पोर्टल पर आई शिकायतों का निराकरण 45 दिवस में करना जरुरी है। इन शिकायतों का निराकरण सीएम हेल्पलाईन के समान एल-1, एल-2 एवं एल-3 अधिकारियों द्वारा की जाना है। क्या है सीपीग्राम्स पोर्टल : सीपीग्राम्स पोर्टल केंद्रीय कार्मिक विभाग द्वारा विकसित किया गया है। इस पोर्टल पर कोविड-19 संबंधी तथा अन्य शिकायतें दर्ज होती हैं। लेकिन इस पोर्टल पर ये शिकायतें नहीं ली जाती हैं : एक, न्यायाधीन मामले अथवा ऐसे मामले जो किसी न्यायालय के अधिनिर्णय से संबंधित हों। दो, व्यक्तिगत और पारिवारिक विवादों की शिकायतें। तीन, सूचना के अधिकार के संबंध में। चार, ऐसी कोई अन्य शिकायत जिससे देश की क्षेत्रीय अखंडता अथवा अन्य राष्ट्रों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंध प्रभावित हों। पांच, सिर्फ सुझावों को देने के बारे में। यह है शिकायतों की स्थिति : सरपीग्राम्स पोर्टल पर मप्र के गृह विभाग से संबंधित सर्वाधिक 13 हजार 11 शिकायतें लंबित हैं। इसके बाद स्कूल शिक्षा विभाग की 3 हजार 949, पंचायत विभाग की 3 हजार 844 तथा नगरीय प्रशासन विभाग की 3 हजार 707 शिकायतें लंबित हैं। इसी प्रकार, प्रदेश के जबलपुर जिले की 799, सतना जिले की 2 हजार 362, छतरपुर जिले की 680, सिंगरौली जिले की 563 तथा छिन्दवाड़ा जिले की 266 शिकायतें निराकरण के लिये लंबित हैं।