मध्य प्रदेश: बैंक कर्मचारियों ने अन्य राज्यों की तरह मांगी जन्माष्टमी की छुट्टी


स्टोरी हाइलाइट्स

मध्य प्रदेश में बैंकर अन्य राज्यों की तरह जन्माष्टमी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग कर रहे हैं। यह कुछ समय से मांग में है।....

मध्य प्रदेश में बैंकर अन्य राज्यों की तरह जन्माष्टमी को सार्वजनिक अवकाश घोषित करने की मांग कर रहे हैं। यह कुछ समय से मांग में है। इस बार भी यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस ने यह मांग दोहराई है। इस साल जन्माष्टमी 30 अगस्त को है। फोरम के संयोजक वीके शर्मा ने कहा कि जन्माष्टमी आंध्र प्रदेश, बिहार, चंडीगढ़, छत्तीसगढ़, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर, झारखंड, मेघालय, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश में मनाई जाती है। मध्य प्रदेश में अभी तक ऐसा नहीं हुआ है, इसलिए कर्मचारियों में आक्रोश है।   यूनियनों के वीके शर्मा का दावा है कि अन्य राज्य सरकारों ने परक्राम्य लिखत अधिनियम के तहत राज्य के कर्मचारियों के साथ-साथ बैंकों और वित्तीय संस्थानों के लिए छुट्टी की घोषणा की है, लेकिन राज्य सरकार अधिनियम के तहत छुट्टी नहीं दे रही है। यूनियनों के संयोजक संजीव सबलोक ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से अनुरोध किया है कि 30 अगस्त 2021 को बैंकों और वित्तीय संस्थानों में नेगोशिएबल इंस्ट्रूमेंट्स एक्ट के तहत जन्माष्टमी का अवकाश घोषित किया जाए। मंच के प्रतिनिधियों ने कहा कि जन्माष्टमी को जहां विभिन्न राज्यों में बैंकों और वित्तीय संस्थानों में अवकाश घोषित किया जा सकता है, वहीं मध्य प्रदेश में भी कानून का पालन किया जाना चाहिए। संघ ने दावा किया है कि मध्य प्रदेश उन राज्यों में शामिल है, जिन्होंने अन्य राज्यों की तुलना में त्योहारों के दौरान सबसे कम छुट्टियों की घोषणा की है। वर्ष 2021 में बैंकों और वित्तीय संस्थानों में त्योहारों के अवसर पर जहां उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 25 अवकाश घोषित किए गए हैं, वहीं सांसदों ने केवल 18 अवकाश घोषित किए हैं। मध्य प्रदेश में भी अन्य राज्यों की तरह श्री कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बहुत ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। मंच के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री से मांग की है कि 30 अगस्त सोमवार को जन्माष्टमी का अवकाश घोषित किया जाए।