मध्य प्रदेश: अपने ही प्रोजेक्ट को हाथ नहीं लगा रहा बीडीए


स्टोरी हाइलाइट्स

मध्य प्रदेश: अपने ही प्रोजेक्ट को हाथ नहीं लगा रहा बीडीए भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) अपने ही प्रोजेक्टों को अधूरा छोड़कर ग्राहकों को बोलने का....

गौरीशंकर कौशल, प्यारेलाल खंडेलवाल समेत अन्य योजनाओं में लाखों के काम बाकी भोपाल । भोपाल विकास प्राधिकरण (बीडीए) अपने ही प्रोजेक्टों को अधूरा छोड़कर ग्राहकों को बोलने का मौका दे रहा है। गौरीशंकर कौसल परिसर बर्रई और प्यारेलाल खंडेलवाल समेत दूसरे परिसरों में करोड़ों के काम बाकी है। इन कामों को एक बार छोड़ने के बाद अधिका नहीं लगाना चाह रहे हैं। इस वजह से जिन ग्राहकों ने उक्त परिसरों में खरीदारी की है वे बीडीए से नाराज है अ है और दूसरे लोगों का कह रहे हैं कि भूलकर भी बीडीए के फेर में मत पड़ना। उल्लेखनीय है कि गौरीशंकर परिसर को विकसित किए छह से साल हो चुके हैं। परिसर में लोग चार-चार साल से रह रहे हैं। उन्हें अभी तक मूलभूत सुविधा नहीं मिली है। परिसर का सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट आज तक चालू नहीं हुआ है जबकि बीडीए के अधिकारियों ने लाखों रुपए डकार लिए परिसर के अंदर रहवासियों की सुविधा के लिए आज तक व्यवसायिक काम्प्लेक्स की नींव तक नहीं रखी है। यही हाल दूसरे परिसरों में हो रहा है। इस बात से परिसरवासी नाराज है। अच्छा हुआ निगम ने संभाल ली व्यवस्था रहवासियों का कहना है कि अच्छा हुआ कि बीडीए से आधा छूटकारा मिल गया। यदि नगर निगम कचरा व पानी सप्लाई की व्यवस्था नहीं संभालता तो बहुत मुश्किल हो जाती समय पर पीने का पानी भी नहीं मिल पाता। कुछ दिन पहले ही निगम ने शहर की 13 कॉलोनियों को अपने कब्जे में लेकर मूलभूत सुविधाएं देनी शुरू कर दी है लेकिन जो कॉलोनियों व परिसर बीडीए द्वारा बसाएं गए हैं और उनमें काम बाकी है वे काम तो अभी भी बीडीए के अधिकारियों को ही कराने हैं जो कि नहीं कराए जा रहे हैं। इस वजह से बीडीए को साख पर असर पड़ रहा है। मध्यप्रदेश में भी लागू हो जनसंख्या नियंत्रण कानून: रामेश्वर शर्मा