MP: मध्यप्रदेश में कोरोना संक्रमण तेज, सरकार कर रही विचार, नागपुर में टूटे सारे रेकॉर्ड..
देश में कोरोना वायरस महामारी की दूसरी लहर ने चिंता की नई लहर पैदा कर दी है. इसे लेकर महाराष्ट्र में जहां बेहद कड़े कदम उठाए जा चुके हैं, वहीं मप्र समेत कुछ अन्य राज्य 'अभी भी रूकों और देखो की तर्ज पर ठिठके हुए हैं. नागपुर में टोटल लॉकडाउन से पैदा हुई खामोशी सिहरन पैदा कर रही है. मप्र से सटा होने की वजह से मप्र सरकार ने भी नागपुर से आवाजाही को लगभग प्रतिबंधित' कर रखा है.
वहां से आने वालों को 7 दिन क्वारेंटीन रहना होगा. वहां इस हफ्ते जितने केस सामने आए, वह सभी पिछले छह हफ्तों में सबसे ज्यादा है. बीते चौबीस घंटे में देशभर में 26,300 से ज्यादा मामले सामने आये हैं. यह आंकड़ा 19 दिसंबर यानी पिछले 85 दिनों में सबसे ज्यादा है. भारत में कुल मामलों की संख्या 11,385,519 हो चुकी है और वह दुनिया में तीसरे स्थान पर है. ब्राजील दूसरे नंबर पर है और अमेरिका पहले नंबर पर, पिछले 24 घंटों में भारत में 119 मरीजों की मौत हुई है. महाराष्ट्र से रविवार को 16,620 नए मामले सामने आए जो कि 30 सितंबर के बाद से सबसे ज्यादा हैं.
मध्यप्रदेश में कोरोना
मध्यप्रदेश में पिछले 24 घंटे में 743 कोरोना पॉजटिव मामले सामने आए है, साथ ही इन मामलो में से 2 लोगो की मृत्यु भी हो गई है. साथ ही इन मामलो में स्वस्थ हुए 513 व्यक्ति भी शामिल है. अगर अकेले भोपाल की बात करे तो 139 मामले सामने आए, साथ ही इंदौर में 263 कोरोना पॉजटिव मामले सामने आये है.
कल समीक्षा, फैसला आज
आज सुबह मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर सरकार चितित है. मैं मंगलवार को फिर समीक्षा करूगा, जिसमें कुछ कड़े निर्णय लेंगे.
नागपुर थमा
नागपुर जिले में मार्च के दूसरे हफ्ते में रेकॉर्ड नए केस मिले हैं. 7 से 14 मार्च के बीच जिले में 12,773 मामलो का पता चला और औसतन 1,825 मामले रोज सामने आए. नागपुर में कोरोना की पहली पीक अगस्त के आखिरी दो हफ्तों और सितंबर के चार हफ्तों में सामने आई थी. यहां कोविड संक्रमण को रोकने के लिए सख्त लॉकडाउन लगाया गया है.