महाराष्ट्र के गृहमंत्री का इस्तीफा, क्या महाराष्ट्र सरकार की उल्टी गिनती शुरू -सरयूसुत मिश्रा


स्टोरी हाइलाइट्स

महाराष्ट्र के गृह मंत्री का इस्तीफा, क्या महाराष्ट्र सरकार की उल्टी गिनती शुरू -महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा त्यागपत्र देने से महाराष्ट्र....

महाराष्ट्र के गृहमंत्री का इस्तीफा क्या महाराष्ट्र सरकार की उल्टी गिनती शुरू -सरयूसुत मिश्रा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख द्वारा त्यागपत्र देने से महाराष्ट्र की सरकार के पतन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है. सब कुछ बहुत योजनाबद्ध ढंग से हो रहा है. अनिल देशमुख पहले भी इस्तीफा दे सकते थे, लेकिन एनसीपी सुप्रीमो लीडर शरद पवार ने ही उन्हें रोका था और उनका बचाव किया था. आज महाराष्ट्र उच्च न्यायालय ने पूर्व पुलिस आयुक्त परमवीर सिंह की याचिका पर सुनवाई करते हुए 100 करोड़ रुपए  वसूली के आरोपों की प्रारंभिक जांच 15 दिन में कर रिपोर्ट देने के आदेश सीबीआई को दिए हैं. उच्च न्यायालय के इस निर्णय के तुरंत बाद अनिल देशमुख का इस्तीफा हो गया. इस तरह यह मामला जांच और न्यायिक प्रक्रिया के अधीन आ गया है. जांच और न्यायिक प्रक्रिया में अब जो भी नाम आएंगे, उन सभी को अपने पदों से हटना पड़ेगा. सचिन वाझे द्वारा की जा रही वसूली और पैसे की बंदरबांट के संबंध में पुख्ता सुबूत जांच एजेंसियों को मिल गए हैं. उस महिला को भी गिरफ्तार कर लिया गया है जो सचिन वाझे के बताए अनुसार लोगों से पैसा लेकर आती थी. यह सारे सबूत भी धीरे-धीरे सामने आ गए हैं. इस तरह की जा रही की अवैध वसूली की राशि किन-किन को बँटती थी, इसके सबूत भी मिल गये हैं. उद्धव ठाकरे ने हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराने की बात कही थी और ऐसा ही उच्च न्यायालय में भी बताया गया होगा, लेकिन न्यायालय ने वसूली के इस प्रकरण को अभूतपूर्व और असाधारण बताते हुए कहा कि पुलिस स्वतंत्र रूप से जांच नहीं कर सकती. इसलिए सीबीआई इस मामले की जांच प्रारंभ करे. इस मामले की शुरुआत देश के प्रमुख उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के सामने विस्फोटक भरी स्कॉर्पियो गाड़ी पकड़े जाने के बाद हुई. जांच के दौरान यह पाया गया के पुलिस विभाग के इंस्पेक्टर सचिन वाझे द्वारा यह सारा षड्यंत्र रचा गया.  स्कॉर्पियो के मालिक मनसुख हीरानी की हत्या में भी वाझे की भूमिका बताई जा रही है. जांच के दौरान सचिन बाजे द्वारा उपयोग की जा रही अनेक महंगी गाड़ियों की बरामदगी और फाइव स्टार होटल में संचालित अवैध वसूली के उनके कार्यालय का भंडाफोड़ होने के बाद महाराष्ट्र पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है. पूर्व कमिश्नर परमवीर सिंह ने आयुक्त के पद से हटने के तुरंत बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक पत्र लिखकर सनसनी पैदा कर दी कि गृहमंत्री गृह मंत्री अनिल देशमुख हर माह सौ करोड़ रुपए की वसूली का टारगेट सचिन वाझे को देते रहे हैं. इस पत्र के सामने आने के बाद महाराष्ट्र और राजनीतिक क्षेत्रों में हड़कंप मच गया था. सारे नेता यह साबित करने में जुट गए थे कि परमवीर सिंह के आरोप झूठे हैं. परमवीर सिंह सीबीआई जांच की मांग करते हुए सुप्रीम कोर्ट पहुंच गए. सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई से इनकार करते हुए उचित कोर्ट में जाने का सुझाव दिया और परमवीर सिंह उच्च न्यायालय मुंबई पहुंच गए. इस मामले में दो अन्य लोगों ने याचिकाएं दाखिल कीं. तीनों याचिकाओं का निराकरण करते हुए उच्च न्यायालय ने सीबीआई जांच का रास्ता खोल दिया है. परमवीर सिंह के पत्र और जांच के आदेश के साथ गृहमंत्री का इस्तीफा हो गया है. अब देखना यह है कि गृहमंत्री कब पत्र लिखते हैं और उनके पत्र पर किस का इस्तीफा होता है. जो राजनीतिक हालात दिख रहे हैं और जिस ढंग से महाराष्ट्र की सरकार चल रही है, उससे तो ऐसा लगता है कि महाराष्ट्र में तीन समूहों का संगठन अपनी अपनी सुविधानुसार सरकार का उपयोग कर रहे हैं. आज महाराष्ट्र में कोरोना पूरे देश को डरा रहा है. देश में जितने भी कोरोना मामले के सामने आ रहे हैं उनमें सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में हैं. महाराष्ट्र सरकार कोई भी नियंत्रण के उपाय सही ढंग से लागू नहीं कर पा रही है. महाराष्ट्र सरकार अपने अंतर्द्वंद और हफ्ता वसूली के आरोपों को सुलझाने में लगी हुई है. इस बीच अहमदाबाद में केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह कि एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से मुलाकात की भी चर्चा रही. राजनीतिक जानकार महाराष्ट्र में सरकार के बदलाव की संभावना देख रहे हैं. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की परिपक्वता भी सवालों के घेरे में है. मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया सामने से शुरू हुआ षड्यंत्र शिवसेना की सरकार की समाप्ति के साथ ही समाप्त होने की संभावना प्रतीत हो रही है. https://youtu.be/GsjWDqrATWI