माइग्रेन के दर्द से परेशान? तो आजमाएं ये टिप्स -अतुल विनोद 


स्टोरी हाइलाइट्स

माइग्रेन के दर्द से परेशान? तो आजमाएं ये टिप्स, मिलेगी राहत अतुल विनोद  माइग्रेन एक ऐसी समस्या है जो किसी को किसी भी दौर में हो सकती है| माइग्रेन सिर में गंभीर दर्द और भारीपन के साथ एक न्यूरोलॉजिकल स्थिति है। माइग्रेन के कारण अक्सर लोगों को उल्टी, चक्कर आना, शरीर के किसी भी हिस्से में सुन्नता और तेज आवाज के साथ-साथ रोशनी की दिक्कत जैसी समस्याएं होती हैं। हालांकि यह किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है लेकिन महिलाओं को माइग्रेन होने का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, अगर मां या पिता को माइग्रेन की शिकायत है, तो संभव है कि बच्चे भी इसके शिकार होंगे।  माइग्रेन क्यों होता है? मस्तिष्क में सेरोटोनिन एक निश्चित स्तर से नीचे गिरने पर माइग्रेन को ट्रिगर करता है। इसके अलावा तीव्र प्रकाश,अत्यधिक गर्मी, निर्जलीकरण, बैरोमीटर के दबाव में बदलाव, हार्मोनल परिवर्तन, गर्भावस्था, महिलाओं में अवधि, अधिक तनाव, तीव्र शोर, अपर्याप्त नींद, शराब का सेवन, धूम्रपान, आदि के संपर्क में लंबे समय तक रहने से माइग्रेन हो सकता है।  माइग्रेन की समस्या का उपाय अपने आपको इसके ट्रिगर से बचाना है|  माइग्रेन से बचना है तो सबसे पहले अपने आप को शांत रखना सीखें|  हालात में उतार-चढ़ाव के बाद भी अपने आपको उससे प्रभावित न होने दें|  क्योंकि यदि आप बाहरी परिस्थितियों के अनुसार अपने मूड को स्विंग होने देंगे तो यह माइग्रेन के लिए एक ट्रिगर का काम करेगा|  माइग्रेन और नींद का गहरा संबंध है इसलिए किसी भी स्थिति में नींद को प्रभावित न होने दें| यदि आप लेट सो रहे हैं तो कैसे भी करके 6 से 7 घंटे की नींद पूरी करें भले ही सुबह के शेड्यूल में थोड़ा बहुत परिवर्तन करना पड़े|  माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति के लिए पर्याप्त नींद लेना बहुत जरूरी है|  यदि आप माइग्रेन से पीड़ित हैं तो तेज रोशनी से बचने की कोशिश करें|   जब भी आप घर से बाहर निकले तो अच्छी क्वालिटी का सनग्लास उपयोग करें|  माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति के लिए कम या ज्यादा खाना दोनों ही नुकसानदायक है|  भोजन में अनियमितता माइग्रेन को ट्रिगर करती है|  इसलिए संतुलित भोजन ले ज्यादा गरिष्ठ भोजन भी आपके माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है|  यदि आप माइग्रेन से पीड़ित हैं तो नियमित तौर पर व्यायाम करें|  बहुत अधिक परिश्रम करने से भी माइग्रेन पकड़ कर सकता है|  इसलिए आप  अपनी शारीरिक स्थिति के अनुसार ही परिश्रम करें|  माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति के लिए स्क्रीन पर ज्यादा समय तक नजर टिकाए रखना घातक साबित होता है|  यदि आपको स्क्रीन से जुड़ा हुआ काम करना पड़ता है तो आप समय-समय पर अपनी आंखों को आराम दें|  एक ही बात को बार-बार न सोचे क्योंकि बार-बार किसी बात को मन में दोहराना या उस से अटैच हो जाना माइग्रेन को ट्रिगर कर सकता है|  माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को समय-समय पर पानी पीते रहना चाहिए| माइग्रेन का मौसम से सीधा संबंध है इसलिए जब भी मौसम में बदलाव होगा आपको सिर में दर्द महसूस होगा|  यदि सर्दी का मौसम जा रहा है और गर्मी का मौसम आ रहा है तो माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को बहुत कठिनाई होगी|  जब भी मौसम में बदलाव हो तब कपड़े या अन्य उपाय से धूप से बचाव करें,  माथे पर मौसम के परिवर्तन से बचाव के सभी तरीके अपनाएं|  बादल होने पर भी माइग्रेन ट्रिगर कर सकता है| ज्यादा शराब और सिगरेट के सेवन से भी माइग्रेन उत्प्रेरित हो सकता है|  जो भी काम हाथ में ले उसे सहज ढंग से करने की कोशिश करें उसका दबाव ना लें क्योंकि अत्यधिक दबाव में भी माइग्रेन शुरू हो सकता है|  माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति के लिए हर स्थिति में अपनी आंखों को आराम देने की सलाह दी जाती है|  ऐसा व्यक्ति ना तो सूर्य की रोशनी के सीधे संपर्क में आए,  नाही हैलोजन या इस तरह की किसी अन्य लाइट को सीधे देखने की कोशिश करे|  अगर आपको क्रोनिक माइग्रेन है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए। हालाँकि, आप अपने आहार और जीवनशैली में बदलाव करके भी कुछ राहत पा सकते हैं, साथ ही कुछ घरेलू उपायों को आजमाकर आप इस दर्द से बच सकते हैं।  घरेलू उपचार क्या है? - जब भी माइग्रेन का दर्द हो तो एक रूमाल में चार क्यूब बर्फ लपेटकर सिर पर रखें। ऐसा लगभग 15 मिनट तक करें। इससे आपको सिरदर्द से काफी राहत मिलेगी।  - रोज सुबह खाली पेट अपने मुंह में गुड़ का एक छोटा टुकड़ा रखें और इसे ठंडे दूध के साथ पिएं। रोज सुबह इसका सेवन माइग्रेन के दर्द में बहुत राहत देता है।  - दांतों के बीच अदरक का एक छोटा टुकड़ा निचोड़ें और इसे चूसते रहें। यह माइग्रेन के दर्द को कम करने में मदद करेगा।  - दालचीनी को कुचलकर पेस्ट बनाएं और इस पेस्ट को खोपड़ी पर लगभग आधे घंटे के लिए लगाएं। दर्द से राहत मिलेगी।  - लौंग के पाउडर में नमक मिलाकर दूध के साथ पिएं।  - माइग्रेन की समस्या होने पर जितना हो सके तेज रोशनी से दूर रहें।  - शोर से दूर एक शांत कमरे में सोएं। अच्छी और पर्याप्त नींद लेने से माइग्रेन के सिरदर्द से राहत मिल सकती है।