Purvanchal Expressway Launch: PM मोदी ने किया 'पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे' का उद्घाटन, UP में सत्ता बनाए रखने का बीजेपी का तरीका, चीन को भी चेतावनी


स्टोरी हाइलाइट्स

उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है,भाजपा आगामी चुनावों में सत्ता बरकरार रखने के लिए पूरी तरह तैयार नजर आ रही है, राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीति की दृष्टि से इस एक्सप्रेसवे को महत्वपूर्ण बना देगा..

Purvanchal Expressway Launch: उत्तर प्रदेश में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है. यूपी में सत्तारूढ़ भाजपा आगामी चुनावों में सत्ता बरकरार रखने के लिए पूरी तरह तैयार है. प्रधानमंत्री मोदी ने आज पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया. कहा जाता है कि यही एक्सप्रेस-वे सत्ता कायम रखने में बीजेपी की कामयाबी का रास्ता है. यह एक्सप्रेस-वे यूपी की सूरत बदल देगा. साथ ही लड़ाकू विमानों के लिए हवाई पट्टी का निर्माण राष्ट्रीय सुरक्षा और रणनीति की दृष्टि से इस एक्सप्रेसवे को महत्वपूर्ण बना देगा.

प्रधानमंत्री मोदी ने आज 341 किलोमीटर लंबे पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने लखनऊ और गाजीपुर को जोड़ने वाले छह लेन एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन किया. एक्सप्रेस-वे का निर्माण 22,500 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है. पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करने के लिए, प्रधानमंत्री मोदी भारतीय वायु सेना के सी-130 हरक्यूलिस विमान से पूर्वांचल एक्सप्रेसवे हवाई पट्टी पर उतरे. रनवे पर राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का स्वागत किया. लड़ाकू विमानों की आपात लैंडिंग की सुविधा के लिए एक्सप्रेस-वे पर 3.2 किमी लंबे रनवे का भी निर्माण किया गया है.

क्या कहा प्रधानमंत्री मोदी ने ?

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा-देश की समृद्धि के साथ-साथ देश की सुरक्षा भी उतनी ही जरूरी है. संक्षेप में कहें तो पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे ने भारतीय वायुसेना को और ताकत दी है. इस एक्सप्रेस-वे पर वायुसेना के विमान इमरजेंसी लैंडिंग कर सकते हैं. हमारे फाइटर जेट इस एक्सप्रेस-वे पर उतरेंगे. भारतीय विमानों की दहाड़ उन लोगों के लिए हताशा का सबब रही है, जिन्होंने कई सालों से रक्षा बुनियादी ढांचे की उपेक्षा की है. 7-8 साल पहले यूपी के हालात बहुत खराब थे. तत्कालीन शासकों ने उत्तर प्रदेश को विकास से वंचित रखा. लेकिन 2014 में लोगों ने मुझे मौका दिया. तभी से राज्य के विकास पर फोकस किया जा रहा है. एक सांसद और प्रधान मंत्री के रूप में यूपी के विकास के लिए अपना प्रयास शुरू किया .


उत्तर प्रदेश के लिए कई योजनाएं शुरू कीं,  जिसमें पक्के मकान और शौचालय की सुविधा देने का प्रयास किया. बिजली आपूर्ति के लिए आवश्यक कदम उठाए गए हैं. लेकिन उस वक्त यूपी सरकार ने सहयोग नहीं किया. उन्हें डर था कि उनका वोट खो जाएगा। जब मैं सांसद बनकर यूपी आया तो राज्य सरकार गायब हो जाती थीं। प्रधानमंत्री मोदी ने समाजवादी पार्टी से कहा, उन्हें कोई काम न करने पर शर्म आती थी.

प्रधान मंत्री मोदी ने कहा, यूपी में योगी सरकार आने से पहले की सरकार ने प्रदेश की जनता को न्याय नहीं दिया. तत्कालीन शासकों ने राज्य के लोगों का विकास करने की बजाय परिवार का ही विकास किया. नतीजतन, उत्तर प्रदेश विकास के पथ से भटक गया है. लेकिन यूपी के लोगों ने 2017 में आजादी दिलाई. तीन-चार साल पहले यहां सिर्फ जमीन थी लेकिन अब एक आधुनिक एक्सप्रेस-वे है. मैंने तीन साल पहले इस एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया था. उस समय मैंने नहीं सोचा था कि मैं इस एक्सप्रेस-वे पर उतरूंगा. जिन लोगों को यूपी की ताकत और यूपी के लोगों की ताकत पर संदेह है, उन्हें अब सुल्तानपुर आना चाहिए और इसे देखना चाहिए. यह एक्सप्रेस-वे यूपी में आधुनिकीकरण की सुविधाओं का प्रतिबिंब है. पीएम मोदी ने कहा कि यह एक्सप्रेस-वे यूपी की शान और पहचान है.

UP की सूरत बदल देगा पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे :

- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की कुल लंबाई 341 किमी है, इस एक्सप्रेस-वे पर 3.5 किमी की हवाई पट्टी बनाई गई है.

- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे एक बार जनता के लिए खुला तो लखनऊ से गाजीपुर जाने में महज साढ़े तीन घंटे का समय लगेगा, पहले इसमें 10 घंटे लगते थे.

- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का रिकॉर्ड 36 महीने में पूरा किया गया, एक्सप्रेसवे का निर्माण कुल 22,435 करोड़ रुपये की लागत से किया गया.

- पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर 18 फ्लाईओवर हैं, यहां 7 रेलवे ओवर ब्रिज हैं, 7 लंबे पुल हैं,  118 छोटे पूल और 271 अंडरपास हैं.

पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से कुल 9 जिले जुड़े :

पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, सुल्तानपुर, अयोध्या, अम्बेडकरनगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर जिलों को जोड़ता है. एक्सप्रेस-वे की शुरुआत लखनऊ-सुल्तानपुर रोड स्थित चांद सराय गांव से हुई. यह 9 जिलों को जोड़ता है और गाजीपुर के हैदरिया गांव में समाप्त होता है. इस यात्रा में 10 घंटे लगते थे. अब इसमें 3.5 घंटे लगेंगे. इस एक्सप्रेस-वे से जुडे हुए गांवों तक 10 किमी सड़कें बनाई जाएंगी.