भारत-अफगानिस्तान हवाई सेवा शुरू, तालिबान ने भारत को लिखा पहला पत्र


स्टोरी हाइलाइट्स

अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा करने के बाद दुनिया के अन्य देशों ने अफगानिस्तान के साथ हवाई सेवा बंद कर दी है। तालिबान ......

अफगानिस्तान में सत्ता पर कब्जा करने के बाद दुनिया के अन्य देशों ने अफगानिस्तान के साथ हवाई सेवा बंद कर दी है। तालिबान ने सरकार के गठन के बाद से भारत को अपना पहला पत्र लिखा है और दोनों देशों के बीच हवाई सेवाओं को फिर से शुरू करने की अपील की है। यह पहली बार है जब तालिबान की ओर से भारत को आधिकारिक पत्र लिखा गया है। अफगान नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ने भारत में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय को पत्र लिखकर दोनों देशों के बीच हवाई सेवा फिर से शुरू करने की अपील की है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पत्र पर अफगानिस्तान के नागरिक उड्डयन मंत्री अलहज हमीदुल्लाह के हस्ताक्षर हैं। भारत में नागरिक उड्डयन महानिदेशालय के प्रमुख अरुण कुमार को संबोधित पत्र में कहा गया है, "आप जानते हैं कि अमेरिकी सैनिकों के देश छोड़ने के बाद से हवाईअड्डा क्षतिग्रस्त हो गया है।" कतर से मिली तकनीकी मदद से एयरपोर्ट फिर से काम कर रहा है। इस पत्र को लिखने का मकसद दोनों देशों के बीच लोगों का आदान-प्रदान शुरू करना है। हमारी राष्ट्रीय एयरलाइन का लक्ष्य पहले की तरह अपनी उड़ानें संचालित करना है। इसलिए आपसे वाणिज्यिक उड़ान के प्रबंधन में मदद की उम्मीद की जाती है। अमेरिका के अफगानिस्तान से हटने के बाद, भारत ने अपने नागरिकों को निर्वासित कर दिया और हवाई सेवाओं पर प्रतिबंध लगा दिया।