विजयादशमी पर ऑनलाइन होगी RSS की शास्त्र पूजा, मोहन भागवत करेंगे संबोधित


स्टोरी हाइलाइट्स

विजयादशमी के अवसर पर 15 अक्टूबर को होने वाला आरएसएस का शास्त्र पूजन कोरोना की स्थिति को देखते हुए ऑनलाइन मोड में होगा। इस बार विजयादशमी.....

विजयादशमी के अवसर पर 15 अक्टूबर को होने वाला आरएसएस का शास्त्र पूजन कोरोना की स्थिति को देखते हुए ऑनलाइन मोड में होगा. विजयादशमी के अवसर पर 15 अक्टूबर को होने वाला आरएसएस का शास्त्र पूजन कोरोना की स्थिति को देखते हुए ऑनलाइन मोड में होगा। इस बार विजयादशमी उत्सव के लिए किसी अतिथि को आमंत्रित नहीं किया गया है। हालांकि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत समेत 200 स्वयंसेवक सीधे कार्यक्रम में शामिल होंगे।  नागपुर में आरएसएस का मुख्य कार्यक्रम डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन के प्रांगण में आयोजित किया जाएगा। इसके अलावा नागपुर के 40 शहरों में 40 जगहों पर ऑनलाइन मोड में विजयादशमी मनाई जाएगी। विजयादशमी नजदीक आने के साथ ही आरएसएस ने विजयादशमी पर्व की तैयारियां तेज कर दी हैं। लगभग 200 स्वयंसेवकों ने मंगलवार को डॉ. हेडगेवार स्मृति भवन में पूर्ण वेशभूषा में विजयदशमी मनाई। बता दें कि विजयादशमी के दिन मोहन भागवत डॉ. हेडगेवार को स्मृति भवन में ध्वजारोहण, शस्त्र पूजन, शारीरिक विरोध और गीत के बाद संबोधित करेंगे। भागवत शाम साढ़े सात बजे यहां पहुंचेंगे। आगमन पर वे डॉ. हेडगेवार की प्रतिमा पर फूल चढ़ाएंगे और फिर मंच पर आएंगे। आपको बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के लिए विजयादशमी पर्व का अपना बहुत महत्व है। विजयादशमी पर्व के दौरान सबकी निगाह पथ प्रदर्शक पर रहती है। यह संघ के भविष्य के कार्यक्रमों को इंगित करता है। विजयादशमी के संबोधन से पहले स्वयंसेवक सड़क पर चलकर अपना अनुशासन दिखाते हैं। हर बार एक विशिष्ट व्यक्तित्व को अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था। बड़ी संख्या में स्वयंसेवक इसमें भाग लेते है। लेकिन, इस बार कोरोना की स्थिति के कारण ऐसा नहीं हो रहा है। नागपुर महानगर आरएसएस के संघ नेता राजेश लोया ने कहा कि इस साल 15 अक्टूबर को विजयादशमी उत्सव में केवल 200 चयनित स्वयंसेवकों को आमंत्रित किया गया है। सुरक्षित दूरी के नियमों का पालन करते हुए परिसर के भीतर ही पंथ की आवाजाही होगी। कोरोना की स्थिति को देखते हुए आयोजन ऑनलाइन होगा। मोहन भागवत 200 स्वयंसेवकों के बीच शस्त्र पूजा व संबोधन करेंगे।