सीएम का “श्री योगी मंदिर” तैयार..! हर दिन होती है आरती


आस्था, विश्वास और संकल्प की एक असल कहानी उत्तर प्रदेश से निकलकर अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। दरअसल, लंबे समय बाद संकल्प पूरा हुआ तो कहानी का मुख्य किरदार तय संकल्प के अनुसार आस्था का मंदिर बनाकर पूर्ण विश्वास के साथ भक्ति में डूब चुका है।  

आम तौर पर भक्त पूजा पाठ कर भगवान की भक्ति में डूबे रहते है लेकिन अयोध्या से करीब 15 किलोमीटर दूर अंबेडकर नगर राजमार्ग पर भरतकुंड के समीप पुरवा गांव से एक अनोखा मंदिर सामने आया है, जिसके बारे में जानकर आप हैरान रह जाएंगे। 

साल 2014 में योगी आदित्यनाथ के प्रचारक बने प्रभाकर मौर्य ने “श्री योगी मंदिर” का निर्माण कराया। प्रभाकर ने मंदिर में सीएम योगी की प्रतिमा को ईश्वर के रूप में विराजमान किया है। मंदिर निर्माण के पीछे संकल्प की एक दिलचस्प कहानी छुपी है। 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, प्रभाकर ने संकल्प लिया था कि जो भी अयोध्या में श्रीराम की जन्मभूमि पर प्रभु का भव्य मंदिर बनवाएगा, वह उस व्यक्ति का मंदिर बनाकर उनकी रोजाना पूजा करेंगे। अब लंबे समय बाद जब सीएम योगी के नेतृत्व में श्रीराम मंदिर बन रहा है तो उनका संकल्प पूर्ण हो गया है। प्रभाकर का कहना है कि भगवान राम के भव्य मंदिर के निर्माण के पीछे योगी आदित्यनाथ ने एक बड़ी भूमिका निभाई है। 

जानकारी के अनुसार, इस मंदिर के निर्माण में करीब 8 लाख 56 हजार रुपए खर्च हुए हैं, साथ ही करीब दो महीने में मंदिर का निर्माण कार्य पूरा हुआ। मंदिर में विराजमान योगी आदित्यनाथ की प्रतिमा को प्रभु श्रीराम के वन अवतार के रूप में निखारा गया है। मंदिर में सीएम योगी की 5 फुट 4 इंच प्रतिमा की स्थापना की गई है। अब इस मंदिर में रोजाना आरती पूजा के साथ योगी भजन भी बजते हैं। 

बता दें कि हिंदू शास्त्रों में मंदिर का मतलब होता है मन से दूर कोई जगह, जहां भगवान या गुरु मौजूद रहते हैं। मंदिर का निर्माण किसी भी भगवान या गुरु की पूजा के लिया करवाया जा सकता है। फ़िलहाल यूपी का यह मंदिर अब चर्चा का विषय बन गया है।