पेट्रोल-डीजल: पेट्रोल सौ के पार, डीजल ने भी लगाई शतक, कीमतों में हो रही लगातार बढोतरी.. 


स्टोरी हाइलाइट्स

इस समय पेट्रोल और डीजल की कीमतें एक दूसरे को टक्कर दे रही हैं। कभी भी पेट्रोल सौ के पार नहीं गया था। लेकिन आज हालत यह है कि डीजल

पेट्रोल-डीजल: पेट्रोल सौ के पार, डीजल ने भी लगाई शतक, कीमतों में हो रही लगातार बढोतरी..    इस समय पेट्रोल और डीजल की कीमतें एक दूसरे को टक्कर दे रही हैं। कभी भी पेट्रोल सौ के पार नहीं गया था। लेकिन आज हालत यह है कि डीजल भी शतक लगाने की तैयारी में है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी कच्चे तेल की कीमतों में पेट्रोल और डीजल महंगा हो गया है. विशेषज्ञों का कहना है कि अगले साल तक कच्चा तेल 100 प्रति बैरल जितना महंगा हो जाएगा। इसलिए अभी पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी आने की संभावना नहीं है।     18 महीने तक आपूर्ति पर प्रभाव     18 महीने तक कच्चे तेल की कीमतों में तेजी जारी रहेगी. तेल उत्पादन कम और मांग अधिक होने से आपूर्ति प्रभावित होने की आशंका है। यही कारण है कि, तेल की कीमतों में वृद्धि होने की आशंका है। हालांकि, मौजूदा कीमत अरब 75 प्रति बैरल है। आने वाले समय में यह कीमत बढ़ती रहेगी।   भारत में ईंधन की कीमतों पर प्रभाव     भारत अपनी कुल ईंधन जरूरत का 82 फीसदी आयात करता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतों में वृद्धि का भारत में ईंधन की कीमतों पर असर पड़ा है। इसलिए मौजूदा हालात को देखते हुए उम्मीद है कि आने वाले में भी देश में पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी जारी रहेगी।   ब्रेंट कच्चे तेल की कीमतों में इस साल और अगले साल भी बढ़ोतरी जारी रहेगी। कोरोना काल के बाद में वैश्विक अर्थव्यवस्था के ठीक होने से तेल की मांग बढ़ेगी। 2022 के अंत तक ब्रेंट क्रूड 100 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंचने की उम्मीद है। इससे पेट्रोल और डीजल की कीमतें भी आसमान छू जाएंगी।