मानसून मे कोरोना बीमारी से बचाव और सावधानी


स्टोरी हाइलाइट्स

मानसून मे कोरोना बीमारी से बचाव और सावधानी    Prevention of corona disease in monsoon इस बार के मानसून में पुराणी बीमारियाँ तो है ही मगर इस बार सबसे ज्यादा मुश्किल और डरने की बात ये भी है के वैशविक कोरोना से भी हमें बचना है|मुश्किल ये भी है कि मानसूनी बीमारी और कोरोना के लक्षण बहुत हद तक एक जैसे ही हैं। हमें ये भी समझने की कोशिश करना है की बारिश में होने वाली बीमारियों और कोरोनावायरस के खतरों को लक्षण के आधार पर कैसे पहचानें और उससे बचें कैसे:- प्रश्न 1:- क्या बारिश के मौसम का कोरोनावायरस  पर कोई प्रभाव पड़ता है  उत्तर 1:- रिसर्च के अनुसार किसी भी मौसम का कोरोनावायरस पर सीधा असर नहीं पड़ता है | प्रश्न 2:- क्या बारिश के पानी से हमारे आसपास मौजूद कोरोना वायरस खत्म हो सकता है|  उत्तर 2 :- बरसात के पानी से कोरोनावायरस खत्म नहीं होता| साबुन से हाथ धोने पर ही कोरोनावायरस खत्म होता है क्योंकि साबुन ही वायरस का स्ट्रक्चर खत्म करता है| प्रश्न 3 :-क्या बारिश के मौसम में कोरोनावायरस का बिहेवियर बदल जाएगा| उत्तर 3: बारिश के मौसम में भी कोरोनावायरस उसी तरह बिहेवियर करेगा जैसा अभी कर रहा है|  बरसात में कोरोना का वायरस किसी भी सतह पे लम्बे समये तक रुक सकता है |  प्रश्न 4:- इसका मतलब है कि घर या घर के किसी सामान पर ज्यादा समय तक जिंदा रह सकता है उत्तर 4:- कोरोना का वायरस  फर्श पर लंबे समय तक एक्टिव रह सकता है अतः फर्श की सफाई पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है इन्फेक्शन से बचने के लिए ताजा हवा जरूरी है इसलिए खिड़की दरवाजे खोले रखे |  प्रश्न 5:-  मानसून में कोरोना को लेकर क्या और ज्यादा साबधानी बारतने की जारुरत है | उत्तर 5:- मानसून आने के साथ ही वातावरण में बैक्टीरिया वायरस बढ़ते हैं हमें घर में नंगे पैर नहीं रहना,  फर्श की सफाई पर ज्यादा जोर देना,  बंद कमरे में नहीं रहना,  बाहर से आने पर जूते-चप्पल घर के बाहर रखना होगा |  प्रश्न 6:- कई बार बारिश में भी कई बीमारियां होती है तो क्या इसकी वजह से भी कोरोना  इंफेक्शन के चांसेज बढ़ सकते हैं| उत्तर 6 :-बरसात में वायरस की संख्या बढ़ जाती है इसके कारण शरीर के इम्यून सिस्टम को ज्यादा काम करना पड़ता है| इम्यून सिस्टम कमजोर पडा तो कोरोना होने के चांसेज बढ़ जाएंगे| प्रश्न 7:-  ज्यादा गर्म मौसम में वायरस का फैलना रुक जाता है क्या? क्योंकि ठंडी जगहों की तुलना में गर्म जगह हो जैसे भारत, अफ्रीका में इससे मरने वालों की संख्या कम है? उत्तर 7:- अनुसंधान में यह बात नहीं निकली है |वायरस का फैलना मौसम से सीधे प्रभावित नहीं होता|मौसम के अनुसार हम अपनी दिनचर्या  बदल देते हैं उससे वायरस के फैलने पर प्रभाव पड़ता है | प्रश्न 8 :- मास्क बारिश में भीगता है तो इससे संक्रमण का खतरा है क्या ? उत्तर 8:- मास्क मुंह की नामी से भी गीला होता है| तो भी खराब हो जाता है मास्क भीगने के बाद किसी काम का नहीं होता है| प्रश्न 9 :- बारिश में यदि में रेनकोट का उपयोग कर रहा हूं तो इससे इंफेक्शन के चांसेस तो नहीं है| उत्तर 9:- रेनकोट का भी कपड़े तरह ही उपयोग करें फ्री फिर गर्म पानी से लगातार होते रहे प्रश्न 10:- क्या नमी बढ़ने से भी वायरस का फैलना कम हो सकता है उत्तर 10:- मानसून में हवा में नमी बढ़ जाती है|खांसने और छींकने पर जो ड्रॉपलेट्स निकलती हैं|वह नमी से मिलकर बड़ी ड्रॉप बन जाती है जो जमीन पर जल्द गिर जाती है|  इंफेक्शन कम दूरी तक फैलता है| प्रश्न 11:- कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी सब कुछ है तो क्या बारिश का इम्युनिटी पर भी कोई प्रभाव पड़ता है| उत्तर 11:- रिसर्च में सीधे तौर पर यह बात नहीं निकली है| वायरस का फैलना मौसम से सीधे प्रभावित नहीं होता| मौसम के अनुसार हम अपनी दिनचर्या खाना-पीना बदल देते हैं| उससे वायरस के फैलने पर प्रभाव पड़ता है प्रश्न 12:- क्या बारिश में सेंट्रल एसी में रहना सुरक्षित नहीं है| इससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है| उत्तर 12 :- सेंट्रल एसी में काफी लोग होने के कारण कौन सा व्यक्ति इनफेक्टेड है जिसके खांसने छींकने से इन्फेक्शन दूसरों में फैल सकता है| बारिश में घरों में ऐसी चलने से ही ह्यूमिडीटी और वेंटिलेशन कंट्रोल में रहता है| घर में ज्यादा लोग हैं तो वहां भी ऐसी के उपयोग से बचना चाहिए | प्रश्न 13:- क्या मानसून में एसी ट्रेन बस में सफर करने में कोरोना से संक्रमित होने के चांसेज ज्यादा होंगे| उत्तर 13 :- अगर एसी या नॉन एसी ट्रेन/ बस मैं कोई इंपैक्टेड व्यक्ति है तो ही इंफेक्शन का खतरा रहेगा|हालांकि नॉन एसी ट्रेन /बस में संक्रमित होने का खतरा एसी ट्रेन/ बस से कम रहेगा | क्योंकि एसी में वेंटिलेशन की गुंजाइश कम होती है अंदर की हवा ही रीसेट होती रहती है| प्रश्न 14:- कौन से फल सब्जियां मानसून में कोरोना के खिलाफ इम्युनिटी को बेहतर बनाए रखती है.| उत्तर 14 :- मानसून के दौरान ऐसे फल सब्जियों का उपयोग करें जिसमें विटामिन A,B,C तथा E,आयरन एवं जिंक हो|इससे इम्यून सिस्टम मजबूत रहता है| अपनी दिनचर्या में अनार,लीची,गाजर, नींबू, संतरा,बादाम,अखरोट,मूंगफली,लहसुन,पालक,शकरकंद को शामिल करें | प्रश्न 15 :- मुझे अपने खानपान का रूटीन क्या रखना चाहिए ताकि इम्युनिटी मजबूत रख सकूं ? उत्तर 15 :- अपनी दिनचर्या नियमित करनी चाहिए | नियमित योग, व्यायाम, घूमना, नाश्ता जिसमें ताजा फल, दही, लस्सी,दलिया, दूध शामिल हो लंच भी नियमित समय पर करें शाम को मेडिटेशन करें एवं रात का खाना सोने से 4 घंटे पहले खाने का प्रयास करें | प्रश्न 16 :- क्या कोरोनावायरस पॉजिटिव मरीजों के घर से निकला पानी लोगों को संक्रमित कर सकता है| उत्तर 16 :- कोरोना से संक्रमित व्यक्ति के मल एवं मूत्र में कोरोना वायरस पाया गया है|अगर संक्रमित व्यक्ति खुले में थूकता है मल मूत्र का त्याग करता है तो बारिश के पानी से संक्रमण फैला सकता है इसके अलावा बरसात के पानी द्वारा संक्रमित होने का खतरा नहीं है | प्रश्न 17 :- क्या मल पेशाब के बारिश के पानी के साथ बहाने से भी कोरोना के इंफेक्शन का खतरा है | उत्तर 17 :-संक्रमित व्यक्ति के सभी अपशिष्ट पदार्थों जैसे थूक, मल -मूत्र में कोरोनावायरस की पुष्टि हुई है यदि मल बारिश के पानी के साथ बहाया जाता है तो संक्रमण का खतरा हो सकता है  प्रश्न 18 :-बारिश में बैक्टीरिया - वायरस बहुत एक्टिव हो जाते हैं तो क्या मोबाइल का प्रयोग करने से भी इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है उत्तर 18 :- अगर कोई संक्रमित फोन का उपयोग करता है | तो वायरस मोबाइल पर पहुंच जाएंगे उसी मोबाइल का प्रयोग कोई और कर ले तो उस संक्रमण का खतरा है | इसलिए अपना फोन किसी को ना दें और ना ही दूसरे का फोन छूएं | अगर प्रयोग कर रहे हैं तो सैनिटाइजर लगाएं मुंह में मांस की जरूर लगाएं रहे |