भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में होनी चाहिए शराबबंदी: उमा भारती


स्टोरी हाइलाइट्स

Former Chief Minister Uma Bharti has appealed for prohibition of liquor ban in BJP ruled states and said by tweeting that the government

भारतीय जनता पार्टी शासित राज्यों में होनी चाहिए शराबबंदी: उमा भारती पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती ने बीजेपी शासित राज्यों में शराबबंदी करने की अपील की है उन्होने ट्वीट कर कहा की, मध्यप्रदेश में शराब की दुकानों की संख्या बढ़ाने के बारे में सरकार ने अभी कोई निर्णय नहीं लिया है शिवराज सिंह चौहान जी का यह वक्तव्य अभिनंदनीय है। उन्होने कहा, कोरोनाकाल के लॉकडाउन के समय पर लगभग शराबबंदी की स्थिति रही इससे यह तथ्य स्पष्ट हो गया है कि अन्य कारणों एवं कोरोना से लोगों की मृत्यु हुई किंतु शराब नहीं पीने से कोई नहीं मरा। https://twitter.com/umasribharti/status/1352167380114239489?s=20 उमा भारती ने कहा कि, अभी हाल में उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में शराब पीने से बड़ी संख्या में लोगों की मृत्यु हुई सड़क दुर्घटनाओं के अधिकतर कारण तो ड्राइवर का शराब पीना ही होता है यहबड़े आश्चर्य की बात हैकि शराब मृत्यु का दूत है फिरभी थोड़े से राजस्व का लालच एवं शराब माफिया का दबाव शराबबंदी नहीं होने देता है उन्होने कहा, अगर देखा जाए तो सरकारी व्यवस्था ही लोगों को शराब पिलाने का प्रबंध करती है जैसे मां जिसकी जिम्मेदारी अपने बालक को पोषण करते हुए रक्षा करने की होती है वही मां अगर बच्चे को जहर पिला दे तो, सरकारी तंत्र के द्वारा शराब की दुकाने खोलना ऐसे ही है। https://twitter.com/umasribharti/status/1352167384803524613?s=20 https://twitter.com/umasribharti/status/1352167389354364928?s=20 उमा भारती ने अपील करते हुए कहा कि, मैं तो अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री  जे.पी. नड्डा जी से इस ट्वीट के माध्यम से सार्वजनिक अपील करती हूं कि जहां भी भाजपा की सरकारें हैं उन राज्यों में पूर्ण शराबबंदी की तैयारी करिए। उन्होंने कहा, राजनीतिक दलों को चुनाव जीतने का दबाव रहता है बिहार की भाजपा की जीत यह साबित करती है कि शराबबंदी के कारण ही महिलाओं ने एकतरफा वोट नीतीश कुमार जी को दिये। https://twitter.com/umasribharti/status/1352167393909301249?s=20 ट्विटर के माध्यम से उमा भारती ने आगे कहा कि, शराबबंदी कहीं से भी घाटे का सौदा नहीं है शराब बंदी से राजस्व को हुई क्षति को कहीं से भी पूरा किया जा सकता है किंतु शराब के नशे में बलात्कार, हत्याएं, दुर्घटनाएं छोटी बालिकाओं के साथ दुष्कर्म जैसी घटनाएं भयावह हैं तथा देश एवं समाज के लिए कलंक है। उन्होंने कहा कि, कानून व्यवस्था को मेंटेन करने के लिए हजारों करोड़ रूपये खर्च होते हैं समाज में संतुलन बनाए रखने के लिए शराबबंदी एक महत्वपूर्ण कदम है इस पर एक डिबेट शुरू की जा सकती है।