स्टोरी हाइलाइट्स
राज्य विधानसभा में सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अनूठी पहल की. विधानसभा की प्रश्नोत्तरी में शुरुआती 25 सवाल पहली...
कृष्णा गौर का सवाल: विधानसभा में पहली बार उठे सवाल, कहा- महिलाओं को अवसर क्यों नहीं मिला.. गणेश पाण्डेय
गणेश पाण्डेय
भोपाल: राज्य विधानसभा में सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने अनूठी पहल की. विधानसभा की प्रश्नोत्तरी में शुरुआती 25 सवाल पहली बार चुनकर आए विधायकों के ही हुए. भाजपा की पहली बार की विधायक कृष्णा गौर ने इस नई पहल पर सवाल खड़े कर दिए. विधायक कृष्णा गौर ने कहा कि पहली बार चुनकर आए विधायकों में महिला विधायक का नाम नहीं है.
प्रश्नकाल में 25 विधायकों को सवाल पूछने का मौका दिया जाता है. सोमवार की प्रश्नोत्तरी में पहले 25 प्रश्नों में एक भी सवाल महिला विधायक के नाम पर नहीं था. भाजपा विधायक कृष्णा गौर ने सवाल उठाया कि 25 प्रश्नों में से एक प्रश्न तो महिला विधायक को पूछने का अवसर दिया जाना चाहिए था. उन्होंने कहा कि विधानसभा में 20 महिला विधायक चुनकर आई हैं. इस पर विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम ने उनके उठाए गए सवाल के जवाब में कहा कि इन विधायकों के नाम लॉटरी के तहत निकाले गए हैं.
प्रश्नकाल की शुरुआत महेश परमार के सवाल से शुरू हुई. परमार ने सदन का ध्यान आकृष्ट कराया कि नागदा स्थित ग्रासिम इंडस्ट्री के 20 ठेका श्रमिकों को ठेकेदार द्वारा कार्य बंद कर दिया गया. इसके कारण श्रमिकों के जीवन निर्वाह संकट में है. इन शब्दों को सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ घर तक पहुंचाया जाए.
पक्ष-विपक्ष ने किया स्वागत.
विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम की इस नई पहल का बीजेपी और कांग्रेस दोनों ने स्वागत किया. एमपी सरकार के मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा है कि विधानसभा स्पीकर की पहल से पहली बार चुनकर आए विधायकों का मान बढ़ेगा और वह विधानसभा की कार्रवाई में उत्साह के साथ शामिल हो सकेंगे. यह एक सकारात्मक पहल है. वहीं, कांग्रेस ने भी इस पहल का स्वागत किया है. पूर्व मंत्री पीसी शर्मा ने कहा है की विधानसभा स्पीकर गिरीश गौतम की यह पहल नए विधायकों को उत्साहित करने वाली होगी. लॉटरी सिस्टम के जरिए 25 विधायकों के सवालों को शुरुआत में प्रश्नोत्तरी में रखा गया है. लेकिन विधानसभा में इस बात का ध्यान सत्तारूढ़ पार्टी को रखना होगा की पहली बार चुनकर आए विधायकों का पूरा जवाब मंत्री दे.