जल्द बाज़ी में लिए गये निर्णय आपसी कलह का कारण होते है


स्टोरी हाइलाइट्स

इस संसार में कईयों सही गलत बातें हैं लेकिन उसके अतिरिक्त भी कई जटिलतायें हैं, जिन्हें समझना आसान नहीं. इसीलिए ऊपरी सतह से देखकर बिना गहराई को जाने-समझे हर परिस्थिति का एकदम सही आकलन नहीं किया जा सकता

जल्द बाज़ी में लिए गये निर्णय आपसी कलह का कारण होते है इस संसार में कईयों सही गलत बातें हैं लेकिन उसके अतिरिक्त भी कई जटिलतायें हैं, जिन्हें समझना आसान नहीं. इसीलिए ऊपरी सतह से देखकर बिना गहराई को जाने-समझे हर परिस्थिति का एकदम सही आकलन नहीं किया जा सकता. – कलह होने पर जो पहले माफ़ी मांगे, जरुरी नहीं उसी की गलती हो. हो सकता है वो रिश्ते को बनाये रखना ज्यादा महत्वपूर्ण समझता हो. – दोस्तों के साथ खाते-पीते, पार्टी करते समय जो दोस्त बिल पे करता है, जरुरी नहीं उसकी जेब नोटों से ठसाठस भरी हो. हो सकता है उसके लिए दोस्ती के सामने पैसों की अहमियत कम हो. – जो लोग आपकी मदद करते हैं, जरुरी नहीं वो आपके एहसानों के बोझ तले दबे हों. वो आपकी मदद करते हैं क्योंकि उनके दिलों में दयालुता और करुणा का निवास है. लड़कपन का प्रेम प्रेमियों से इकरार तो करा देता है परंतु उन्हें जीवनभर साथ चलने की हिम्मत नहीं देता। शारीरिक व वैचारिक आकर्षण तथा यौवन की मस्ती शादी के रूप में दो प्रेमियों को करीब तो ले आती है लेकिन जिंदगी की हकीकत उतनी ही जल्दी उन्हें जमीन पर भी ले आती है। ऐसे में ये रिश्ते निभाए जाते हैं तो केवल समाज के डर या अपने एक गलत फैसले के कारण। आजकल जीवन कठिन इसीलिए हो गया है क्योंकि हमने लोगो को समझना कम कर दिया और फौरी तौर पर judge करना शुरू कर दिया है. थोड़ी सी समझ और थोड़ी सी मानवता ही आपको सही रास्ता दिखा सकती है. जीवन में निर्णय लेने के कई ऐसे पल आयेंगे, सो अगली बार किसी पर भी अपने पूर्वाग्रह का ठप्पा लगाने से पहले विचार अवश्य करें. क्रोध हमारा एक ऐसा शत्रु है, जो हमेशा हमारा काम बिगाड़ता है। कई बार दूसरों को नीचा दिखाने के लिए या लोगों की वाहवाही लूटने के लिए क्रोध में आकर हम कोई निर्णय तो ले लेते हैं परंतु ऐसे निर्णयों पर अक्सर हमें बाद में पछताना पड़ता है। ध्यान रखें कि जब तक हमारे व्यवहार में क्रोध का समावेश होगा, तब तक हम जीवन में कोई भी सही फैसला नहीं कर पाएँगे। अपनी पूँजी के निवेश का फैसला करने में आपकी समझदारी बेहद जरूरी है क्योंकि लोगों की बातों में आकर या भेड़ चाल को देखते हुए आप भी यदि अपनी पूँजी ऐसी जगह निवेश कर देते हैं, जिसमें बाद में आपका नफा कम और नुकसान ज्यादा होता है।