शेम शेम: यहां महिलायें किसी बर्तन में नहीं बल्कि  हसबैंड की इस चीज से पीती हैं पानी !


स्टोरी हाइलाइट्स

शेम शेम: यहां महिलायें किसी बर्तन में नहीं बल्कि  हसबैंड की इस चीज से पीती हैं पानी !     कहते हैं कि भारत तेजी से आधुनिक होते जा रहा है लेकिन  आधुनिकता के इस दौर में भी पुरानी रिवायतें,  प्रथाएं और  रूढ़िवादी परंपराएं हम सब को शर्मसार करती हैं|  आज हम आपको राजस्थान के भीलवाड़ा की  एक ऐसी प्रथा के बारे में बताएंगे जो  आधुनिक समाज को लज्जित करती है|      यहां पर एक बंकाया देवी का मंदिर है|  इस मंदिर में  भूत भगाने के लिए एक ऐसा उपाय किया जाता है जो बेहद  घिनोना है|    [video width="256" height="144" mp4="https://www.newspuran.com/wp-content/uploads/2020/12/bankya-video.mp4"][/video]   इस मंदिर/ टेंपल के बारे में यहां पर कहा जाता है कि भूत भगाए जाते है और इसके लिए तरह तरह के उपाय/ तंत्र मंत्र टोटके  भी किए जाते हैं|  यहां पर गांव की महिलाओं को लाया जाता है,  इन महिलाओं को उनके पति के जूते दिए जाते हैं और उन्हें जूते के साथ कुंड में उतारा जाता है|      इन महिलाओं को कुंड से जूते में पानी भर के पीने को कहा जाता है|  यदि वह स्त्री ऐसा करने से इंकार कर दे तो उसकी शामत आ जाती है|  उसे जूते से ही मारकर गांव के बाहर भगाया जाता है|  तमाशबीन लोग इससे शर्मसार नहीं होते बल्कि बच्चे बूढ़े सब हंसते हैं प्रशासन भी मूकदर्शक बनकर यह सब देखता रहता है|  कहा जाता है इन महिलाओं को उनके परिवार वाले ही इलाज/ ट्रीटमेंट के लिए यहां लाते हैं। ये महिलायें मानसिक/ मेंटल रोगों से ग्रस्त होती हैं और आसपास के गांवो/ विलेज के रहने वाले शिक्षा और अन्य  व्यवस्थाओं  की कमी के चलते महिलाओं को मानसिक रोगों के डाक्टर के पास जाने के स्थान पर इस मंदिर में लेकर आते हैं। जहां इनके साथ ये अमानवीय तरीके का  यह काम इलाज के नाम पर किया जाता है। प्रशासन ने अभी तक इस बारे में कोई सख्त कदम नहीं उठाया है क्योंकि ये प्रथा  लोगो की आस्था/विश्वास और परंपरा से जुडी है और आस्था इस  देश में किसी भी क़ानून किसी भी लॉजिक और विज्ञान से बड़ी ही रही है.   भीलवाड़ा के इस मंदिर की आस पास के गाँवो में बड़ी ही  चर्चा है और अगर किसी को भी मानसिक बीमारी या फिर दौरा पड़ता है तो फिर उसे यही पर ही लाया जाता है.