आध्यात्मिक, प्रश्न - उत्तर भाग- 4


स्टोरी हाइलाइट्स

कर्म तो मन करता है। जाग्रत अवस्था तथा स्वप्नावस्था में कर्म मन के द्वारा होता है। मन के द्वारा किया गया कोई भी कर्म मानव के खाते में जुड़ जाता है। यदि कोई..

आध्यात्मिक, प्रश्न - उत्तर भाग- 4   1- क्या स्वप्न में किए गए पाप पुण्य रूपी कर्म का फल जीव को भोगना पड़ता है ? a-हाँ b- ना उत्तर- a- कर्म तो मन करता है। जाग्रत अवस्था तथा स्वप्नावस्था में कर्म मन के द्वारा होता है। मन के द्वारा किया गया कोई भी कर्म मानव के खाते में जुड़ जाता है। यदि कोई जीव मन के अंदर किसी का भला या बुरा सोच लेता है, तो भी कर्म मानव के खाते में जुड़ जाता है। इसलिए स्वप्न में किए गए कर्म मानव के खाते में जुडते हैं।   ये भी पढ़ें..आध्यात्मिक प्रश्न और उत्तर – संसार सत्य और माया : भाग – 1     2- क्या किए गए पुण्य कर्म के द्वारा पाप कर्म नष्ट होते हैं ?   a- हाँ b- ना   उत्तर- b- पुण्य कर्म के द्वारा पाप कर्म नष्ट नहीं होते हैं दोनों कर्मों के फलों को अलग - अलग भोगना पड़ता है।   ये भी पढ़ें..आध्यात्मिक प्रश्न और उत्तर भाग- 2 ….स्वप्न, कर्म,   3- क्या स्वप्न के जीव असत्य (मुर्दा) होते हैं ?   a- हाँ b- ना   उत्तर- a- स्वप्न के जीव मात्र कल्पना है, इनका कोई अस्तित्व नहीं है। इनका घर नींद है ये नींद के बाहर नहीं जा सकते हैं। इसलिए इन्हें मुर्दा कहा है और ये असत्य होते हैं।   4- स्वप्न के जीव कितने प्रकार के हैं ?   a- एक प्रकार b- दो प्रकार c- तीन प्रकार d- चार प्रकार   उत्तर- d- स्वप्न के जीव चार प्रकार के होते हैं-- 1- अंडज- अंडे से उत्पन्न होने वाले, 2- उद्भज- जमीन फोड़कर उत्पन्न होने वाले, 3- स्वेदज- पसीने से उत्पन्न होने वाले, 4- जरायुज- जेर से उत्पन्न होने वाले।   ये भी पढ़ें.. आध्यात्मिक प्रश्न उत्तर : भाग – 3   5- सूक्ष्म शरीर में कितने तत्व होते हैं ?   a- 25 b- 15 c- 17 d- एक भी नहीं   उत्तर- c- सूक्ष्म शरीर में 17 तत्व होते हैं पांच कर्मेंद्रियों पांच ज्ञानेंद्रियां पांच प्राण मन तथा बुद्धि।      बजरंग लाल शर्मा