पथरी: घर बैठे करें इलाज


स्टोरी हाइलाइट्स

पथरी: घर बैठे करें इलाज stones-treat-at-home

Stones: Treat at home   पथरी: घर बैठे करें इलाज पथरी रोग के सामान्य लक्षण:- पथरी बन जाने पर रोगी को पेशाब करते वक्त दर्द होंता है। पेशाब रुक-रुक होती है। मूत्र के साथ मवाद और खून भी आता है। पथरी गुर्दे से जब मूत्राशय में खिसक आती है, तब रोगी को बहुत कष्ट होता है। दर्द के कारण रोगी का जी मिचलाता है तथा उलटी हो जाती है। सामान्य घरेलू उपाय:- 1. ५ ग्राम अजवाइन तथा ५ ग्राम जीरा; दोनों का चूर्ण बनाकर पानी के साथ नित्य सेवन करना चाहिए। 2. अपामार्ग की ताजा जड़ को पानी में घोटकर २०-२५ दिनों तक नित्य खाना चाहिए। इससे पथरी गलकर निकलने लगती है। 3. कुलथी की दाल पतली-पतली बना कर लें। 4. आधा कप अंगूर के रस में थोड़ी-सी केसर डालकर नित्य सेवन करना चाहिए। 5. गाजर के बीज ५ ग्राम, शलजम के बीज ५ ग्राम तथा मूली के बीज ५ ग्राम; तीनों को पीसकर ५ खुराक करें। सुबह-शाम एक-एक खुराक का सेवन करना चाहिए। पन्द्रह दिनों तक नित्य सेवन करने से पथरी गलकर निकल जाती है। 6. गुर्दे की पथरी गलाने के लिये इलायची, शिलाजीत तथा पीपर को ३-८ ग्राम लेकर इसका चूर्ण बनाना चाहिए। उसमें थोड़ी-सी मिश्री बना लें। कुछ दिनों तक यह चूर्ण पानी के साथ सुबह-शाम सेवन करना चाहिए। 7. नीम की पत्तियों को सुखाकर चूर्ण बनाना चाहिए। इसमें से आधा चम्मच चूर्ण पानी के साथ नित्य सेवन करना चाहिए। 8. करेले का दो चम्मचम रस नित्य सुबह-शाम सेवन करना चाहिए। इससे पथरी गलकर बाहर आ जाती है।  प्याज का रस दो चम्मच मिश्री के साथ २०-२५ दिनों तक सेवन करें, पथरी गलकर निकल जायेगी। रोग व सरल उपचार:- 1. जामुन की गुठलियों को सुखाकर पीस कर इसका चूर्ण बनाकर शीशी में भर कर इसमें से आधा चम्मच चूर्ण पानी के साथ नित्य सेवन करना चाहिए। 2. दूब की जड़ तथा डंठल को पानी में धोकर पीस कर लगभग ५ ग्राम दूब की चटनी एक गिलास पानी में मिलाकर १५ दिनों तक सेवन करना चाहिए। 3. प्रतिदिन एक कप सेब का जूस पीने से कुछ दिनों में पथरी गलकर निकल जाती है। 4. पथरी के दर्द में १० ग्राम गोखरू का चूर्ण शहद के साथ सेवन करना चाहिए। इससे होने वाला दर्द रुक जाएगा। 5. एक कप पालक का रस तथा आधा कप चौलाई या बथुए के रस में चीनी मिलाकर २० दिनों तक सेवन करना चाहिए। 6. मूली के ३०-३५ ग्राम बीजों को दो कप पानी में उबालें। पानी जब एक कप रह जाए, तो इसका सेवन करना चाहिए। इसके पीने से मूत्राशय की पथरी गलकर निकल जाती है। 7. एक गिलास गाय के दूध के मट्ठे में १० ग्राम जवाखार मिलाकर सुबह-शाम नित्य सेवन करना चाहिए। 8. पालक के पत्तों का रस एक कप और नारियल का पानी आधा कप; दोनों को मिलाकर सेवन करना चाहिए। 9. मेंहदी के १० ग्राम हरे पत्तों को आधा लीटर पानी में उबालें। जब पानी एक कप बचा रह जाए, तो इसे छानकर पीना चाहिए। यह पानी १५ दिनों तक पीना चाहिए। 10. गाजर का रस पित्ताशय की पथरी को गला देता है। 11. खीरे का ३० ग्राम रस कुछ दिनों तक लगातार सेवन करना चाहिए। 12. चटपटर के चार पत्ते कच्चे ही या पकौड़ी बनाकर नित्य खाना चाहिए, पथरी गलकर निकल जाएगी। 13. अखरोट को मोटे छिलकों सहित पीसकर चूर्ण बनाना चाहिए। एक-एक चम्मच सुबह-शाम ठंडे पानी से लें।