बचपन से ही सिखाएं बच्चों को पैसे की बचत करना


स्टोरी हाइलाइट्स

बच्चों में बचत की आदत डालना मुश्किल नहीं है. हम आपको इसके 9 तरीके बता रहे हैं. 1. पैसों का मोल समझाएं महंगाई के इस दौर में जरूरी है कि बच्चे पैसों का मोल जानें. आप उन्हें यह समझायें कि आप पैसे कमाने के लिए कितनी मेहनत करते हैं. उन्हें यह समझाने की कोशिश करें कि फिजूलखर्ची की आदत उन्हें कर्ज के जाल में फंसा सकती है. 2. हर मांग पहली बार में पूरी नहीं करें अगर आप ऐसे पैरेंट्स हैं, जो अपने बच्चों की हर छोटी-बड़ी मांग तुरंत पूरी करते हैं, तो आपको अपनी आदत बदलने की जरूरत है. बाद में आपकी यह लापरवाही आपके बच्चे के लिए मुसीबत बन सकती है. बच्चों को आप जरूरत और लग्जरी में फर्क करना सिखाएं. क्या खरीदना या खाना जरूरी है और किस खरीदारी को टाला जा सकता है, बच्चों को यह समझाना लंबी अवधि की प्रक्रिया है. 3. बच्चों को गुल्लक दें बच्चों को दादी, नानी या आपके घर आने वाले अन्य मेहमानों से पैसे मिलते हैं. आप भी उन्हें जेब खर्च के लिए पैसे देते होंगे. उन्हें बचत करने में इन पैसों का इस्तेमाल करना सिखाएं. आप बच्चे की पसंद वाले कार्टून कैरेक्टर वाला गुल्लक खरीद कर दें. गुल्लक में पैसे डालने से बचत की आदत विकसित की जा सकती है. 4. बचत खाता खुलवाएं आप अपने बच्चों को बचत की आदत के फायदे बताएं. आप उन्हें बता सकते हैं कि किस तरह उनके हर महीने बचाए गए पैसों का निवेश किया जा सकता है. आजकल बैंकों में बच्चों के नाम से बैंक खाते खोलने की सुविधा है. इन खाते में उन्हें पैसे जमा करना सिखाएं. उनकी आज की छोटी-छोटी बचत कल की बड़ी जरूरत पूरा कर सकती है. 5. बर्बादी के नुकसान समझाएं बहुत से बच्चे पेंसिल, पेपर, रबर या अन्य चीजें फेंक देते हैं. वे एक-एक लाइन लिखकर कॉपी का पेज खाली छोड़ देते हैं. आप उन्हें यह समझाने की कोशिश करें कि कागज पेड़ों को काटने से बनता है और अगर बच्चा कागज बर्बाद कर रहा है तो वे एक नए पेड़ को काटने की तैयारी कर रहा है. पेड़ों से जीने के लिए ऑक्सीजन मिलता है. 6. फिजूलखर्जी के नुकसान बताएं बिस्किट, चॉकलेट, कोल्ड ड्रिंक, पिज्जा-बर्गर या खिलौने की जिद करते बच्चों पर आपका कितना रुपया खर्च होता है? इस वजह से कई बार आपके घर का बजट भी बिगड़ जाता है. बच्चों को यह बताएं कि आप कितनी मेहनत से पैसे कमाते हैं. उन्हें यह समझने में मदद करें कि पैसे नहीं होने की स्थिति में आपके कौन से जरूरी काम रूक जाएंगे. इनमें बच्चों के स्कूल की फीस, बिजली-पानी-ग्रॉसरी आदि का बिल आदि शामिल हैं. 7. घर के बजट बनाने में शामिल करें अगर आप अपने जीवनसाथी या माता-पिता के साथ मासिक बजट बनाते हैं तो इस प्रक्रिया में बच्चों को भी शामिल करें. आपकी चिंता, पैसे की दिक्कत या देनदारी की सही स्थिति समझने के बाद कुछ महीनों में संभव है कि बच्चा फिजूलखर्ची की आदत छोड़ दे. 8. बचत के पैसे से दिलाएं गिफ्ट बच्चों के बचत के पैसों से उन्हीं की जरूरत की चीजें खरीदें. मान लीजिये कि बहुत दिनों से आपके घर में टेबल लैंप के लिए बच्चा जिद कर रहा है या पढ़ाई के लिए अलग टेबल-चेयर, स्टोरी बुक्स, वीडियो गेम्स आदि की उसकी मांग है. बचत के पैसे से बच्चे को यही चीजें दिलाएं. ऐसा करने से बच्चों में बचत करने के लिए उत्साह बढ़ जाएगा. 9. दोबारा इस्तेमाल की आदत डालें डू इट योरसेल्फ (DIY) से संबंधित बहुत सी सामग्री अब वेबसाइट पर मुफ्त उपलब्ध है. कोल्ड ड्रिंक्स की खाली बोतल से पेन स्टैंड बनाना, टूटे खिलौने से क्राफ्ट बनाने जैसे काम बच्चे मजे से कर सकते हैं. बच्चों को उनकी पुरानी चीजों का दोबारा उपयोग करना बताएं. पेंसिल या रबड़ को पूरा खत्म करने के बाद ही नई पेंसिल का उपयोग करने को कहें. उन्हें यह समझाने की कोशिश करें कि कैसे रद्दी चीजों से नई और आर्कषक चीजें बन सकती है. इससे बच्चा क्रिएटिव भी बनेगा. इसके साथ ही उसमें बचपन से ही चीजों को अहमियत देने का गुण विकसित होगा.