आज राम काज का दिन है LIVE: रामलला को मोदी का साष्टांग प्रणाम, उनके दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री बने


स्टोरी हाइलाइट्स

आज राम काज का दिन है LIVE: रामलला को मोदी का साष्टांग प्रणाम, उनके दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री बने https://youtu.be/lIZgJxlLEWE PM Modi राम जन्मभूमि का भूमि पूजन कर रहे हैं और सभी पूजा-अर्चना के नियमों का पालन करते हुए इस कार्यक्रम को पूरा कर रहे हैं| सबसे पहले उनके हाथ धुलवाए गए और मंत्रोच्चार के बीच पीएम मोदी मुख्य स्थान पर बैठे हुए हैं| अयोध्या में फ़िर अवतरित हुए राम लला.. आज राम काज का दिन है. LIVE: रामलला को मोदी का साष्टांग प्रणाम, उनके दर्शन करने वाले पहले प्रधानमंत्री बने। शिला पूजन के साथ हुआ भूमि पूजन होगा और रखी गयी नींव। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रामलला को साष्टांग प्रणाम किया। राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए अयोध्या सील कर दिया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहर में 3 घंटे रुके। प्रधानमंत्री मोदी ने शिला पूजन किया , इससे पहले उन्होंने हनुमान गढ़ी में दर्शन किए। आज राम काज का दिन है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अयोध्या में शिला पूजन की। इसके बाद भूमि पूजन किया और मंदिर की नींव रखी। इससे पहले उन्होंने हनुमान गढ़ी और इसके बाद रामलला के दर्शन किए। वे रामलला के दर्शन और हनुमान गढ़ी जाने वाले पहले प्रधानमंत्री हैं। मोदी, जिनकी पार्टी भाजपा ने 10 में से 8 लोकसभा चुनाव में यही वादा दोहराया था। ...और सबसे खूबसूरत बात यह कि इसका सबसे पहला न्योता उन इकबाल अंसारी को भेजा गया, जो बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे थे। 492 साल पहले बाबर के कहने पर अयोध्या में विवादित ढांचा बना था। 1885 में पहली बार यह मामला अदालत में गया। 2019 में सुप्रीम कोर्ट ने रामलला के पक्ष में फैसला सुनाया। इसके ठीक नौ महीने बाद अयोध्या में राम मंदिर के लिए भूमिपूजन हुआ। आजादी के बाद मोदी इकलौते ऐसे प्रधानमंत्री हैं, जो इस पद पर रहते हुए रामलला के दरबार में मौजूद हुए। उनसे पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी और अटल बिहारी वाजपेयी और खुद नरेंद्र मोदी बतौर प्रधानमंत्री अयोध्या पहुंचे, लेकिन रामलला के दर्शन नहीं कर पाए थे। मोदी 29 साल बाद अयोध्या में इससे पहले मोदी 1991 में अयोध्या गए थे। तब भाजपा अध्यक्ष रहे मुरली मनोहर जोशी तिरंगा यात्रा निकाल रहे थे और यात्रा में मोदी उनके साथ रहते थे। मोदी ने 2019 के लोकसभा चुनाव के वक्त फैजाबाद-अंबेडकर नगर में एक रैली को सं‍बोधित किया था, लेकिन अयोध्या नहीं गए थे।