जनवरी में 2.03 प्रतिशत(%) पर पहुंची थोक मूल्य सूचकांक आधारित द्रास्फीति(inflation)
Wholesale Price Index inflation up at 2.03% for January against 1.22% last month
भारत सरकार ने थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति(inflation) के आंकड़े जारी कर दिए हैं। जनवरी 2021 में देश की थोक मूल्य सूचकांक आधारित मुद्रास्फीति(inflation) 2.03 प्रतिशत(%) पर आ गई। दिसंबर 2020 में यह 1.22 प्रतिशत(%) पर थी। वहीं नवंबर 2020 में थोक मूल्य सूचकांक आधारित मद्रास्फीति 1.55 प्रतिशत(%) पर थी।
16 महीने के निचले स्तर पर खुदरा मुद्रास्फीति(inflation)
खुदरा मुद्रास्फीति(inflation) की बात करें, तो यह जनवरी में नरम होकर 4.06 प्रतिशत(%) पर आ गई। इसका मुख्य कारण सब्जियों की कीमतों में कमी आना है। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा मुद्रास्फीति(inflation) इससे एक माह पहले दिसंबर 2020 में 4.59 प्रतिशत(%) थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वर्ग में कीमतों में सालाना आधार पर वृद्धि की दर जनवरी 2021 में 1.89 प्रतिशत(%) रही। दिसंबर 2020 में खाद्य मुद्रास्फीति(inflation) 3.41 प्रतिशत(%) थी।
रिजर्व बैंक मौद्रिक नीति तय करते समय खुदरा मुद्रास्फीति(inflation) की दर पर गौर करता है। संसद ने रिजर्व बैंक को खुदरा मुद्रास्फीति(inflation) को दो प्रतिशत(%) घट-बढ़ के साथ चार प्रतिशत(%) रखने की नीतिगत जिम्मेदारी दी है। जनवरी में लगातार दूसरे महीने खुदरा मुद्रास्फीति(inflation) इस दायरे में रही है।
इक्रा की प्रधान अर्थशास्त्री अदिति नायर ने कहा कि, ‘खाद्य मुद्रास्फीति(inflation) में व्यापक आधार पर नरमी से जनवरी 2021 में सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति(inflation) 16 महीने के निचले स्तर पर आ गयी।
फरवरी 2021 में अब तक खाद्य मुद्रास्फीति(inflation) ने मिश्रित रुख प्रदर्शित किया है। प्याज की कीमतों में तेजी तथा कच्चे तेल के बढ़ते दाम के चलते ईंधनों के खुदरा भाव में वृद्धि कुछ ऐसे चिंताजनक क्षेत्र हैं, जिनके ऊपर ध्यान दिए जाने की जरूरत है।’ जनवरी 2021 में सब्जियों की कीमतों में और नरमी आई।