कोविड -19 के मामलों में तेजी से गिरावट के बाद, धनतेरस पर सोने की बिक्री में आई तेज़ी


स्टोरी हाइलाइट्स

कोरोना महामारी की भयावहता को भुलाकर देश अब पूरी तरह से उत्सव के मूड में है। इस साल धनतेरस पर आभूषण और सिक्कों की बिक्री में तेज़ी आई है। धनतेरस पर देशभर में करीब 7,500 करोड़ रुपये का सर्राफा कारोबार हुआ है।

नई दिल्ली: कोरोना महामारी की भयावहता को भुलाकर देश अब पूरी तरह से उत्सव के मूड में है। इस साल धनतेरस पर आभूषण और सिक्कों की बिक्री में तेज़ी आई है। धनतेरस पर देशभर में करीब 7,500 करोड़ रुपये का सर्राफा कारोबार हुआ है।

 

ऐसा दावा कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) की ओर से किया गया है। सीएआईटी अध्यक्ष बी.सी. भारतीय और महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने एक बयान में कहा, "भारत में धनतेरस का बहुत धार्मिक महत्व है और इसके कारण इस दिन आभूषणों की भारी बिक्री हुई है।" नवंबर के मध्य में शादियों का सीजन शुरू होने के साथ ही सोने और आभूषणों की बिक्री में और तेजी आने की उम्मीद है।

 

उपभोक्ता की सोच काफ़ी सकारात्मक हो गई है क्योंकि कोविड -19 के मामलों में तेजी से गिरावट आई है। इस साल धनतेरस पर सोने की मांग 50 फीसदी तक बड़ी है। कोरोना लॉकडाउन खत्म होने के बाद से सोने के कारोबार में तेजी आ रही है। कैट के मुताबिक, धनतेरस पर दक्षिण भारत में करीब 2,000 करोड़ रुपये, दिल्ली में 1,000 करोड़ रुपये, महाराष्ट्र में 1,500 करोड़ रुपये और उत्तर प्रदेश में करीब 600 करोड़ रुपये का सोना बेचा है।