जबलपुर हवाई अड्डे से उड़ानें कम होने के कारण जबलपुर में 6 जून को 'नो फ्लाइंग डे' की घोषणा की गई है। जबलपुर से मुंबई, कोलकाता, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई, अहमदाबाद जैसे देश के प्रमुख शहरों से हवाई कनेक्टिविटी बंद होने के कारण हवाई सेवा संघर्ष समिति ने जबलपुर में हवाई यातायात बंद करने का फैसला किया है।
वायु सेवा संघर्ष समिति ने जबलपुर से देश के प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें शुरू करने की मांग को लेकर 'विमान रोको' आंदोलन का आह्वान किया है। इस समिति के सदस्यों ने कहा कि अगर जल्द ही मुंबई और अन्य शहरों के लिए नियमित उड़ानें शुरू नहीं की गईं तो 6 जून को जबलपुर में नो फ्लाइंग डे मनाया जाएगा। नागरिकों से अनुरोध किया जाएगा कि वे इस दिन एयरलाइन कंपनियों का बहिष्कार करें और हवाई जहाज का टिकट न खरीदें।
वायु सेवा संघर्ष समिति के सदस्यों ने मुंबई, कोलकाता, पुणे, बेंगलुरु, चेन्नई और अहमदाबाद के लिए रद्द उड़ानों को फिर से शुरू करने की मांग की है। साथ ही यह मांग नहीं माने जाने पर समिति ने उड़ानों की आवाजाही भी बंद करने का फैसला किया है। छह जून को नो फ्लाइंग डे मनाकर आंदोलन शुरू किया जाएगा।
समिति के सदस्यों का कहना है कि जबलपुर में हवाई सेवाओं की स्थिति दयनीय है। यहां न तो राज्य सरकार और न ही केंद्रीय उड्डयन मंत्री अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं। जितेंद्र पचौरी ने कहा कि डुमना हवाई अड्डा न केवल जबलपुर बल्कि पूरे महाकोशल, शहडोल और विंध्य क्षेत्र के लोगों के लिए हवाई यात्रा को सुलभ बनाता है।
समिति सदस्यों ने कहा कि हवाई सेवाओं में कटौती के खिलाफ इंटरनेट मीडिया पर भी अभियान चलाया जाएगा। इंटरनेट पर विरोध जताने के लिए हैशटैग जबलपुर अंडरस्कोर उड़ान टैग लाइन का इस्तेमाल किया जाएगा। वहीं, इस टैग लाइन का इस्तेमाल इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर किया जाएगा।