Bhojshala Complex ASI Survey: धार स्थित भोजशाला में दिल्ली और भोपाल ASI की टीम के सर्वे का आज यानी मंगलवार (2 अप्रैल) को 12वां दिन है। इस मौके पर ASI की टीम सुबह 7.45 पर वहां पहुंची। सर्वे में ASI टीम की मदद के लिए 34 मजदूर भी भोजशाला में दाखिल हुए।
मंगलवार होने के कारण हिंदू समाज ने भोजशाला में विधि-विधान से पूजा की। इस मौके पर हनुमान चालीसा का पाठ किया गया। पूजा-अर्चना के लिए हिंदू समुदाय के लोगों का भोजशाला में आने का सिलसिला शुरू हो गया है। इसमें शामिल होने के लिए मध्य प्रदेश हिंदू महासभा के अध्यक्ष शिवकुमार भार्गव भोजशाला पहुंचे।
आपको बता दें कि हिंदू फ्रंट फॉर जस्टिस की ओर से दायर याचिका पर मध्य प्रदेश के इंदौर हाई कोर्ट की पीठ ने एएसआई को भोजशाला का वैज्ञानिक सर्वेक्षण करने का आदेश दिया था। ASI की टीम ने कल 11वें दिन सोमवार को परिसर का सर्वेक्षण किया। टीम ने परिसर में एक नये स्थान पर उत्खनन कार्य शुरू किया। भोजशाला परिसर में यह चौथी जगह है जहां ASI की टीम मिट्टी हटा रही है।
सुप्रीम कोर्ट ने सर्वे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया
हाल ही में मौलाना कमालुद्दीन वेलफेयर सोसायटी ने मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश को चुनौती देते हुए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी। जिसमें मुस्लिम पक्ष की ओर से भोजशाला परिसर के सर्वे के आदेश को रद्द करने की मांग की गई थी।
सुप्रीम कोर्ट ने इस याचिका को खारिज कर दिया और सर्वेक्षण पर रोक लगाने से इनकार कर दिया। इस मौके पर सुप्रीम कोर्ट ने एक अहम आदेश देते हुए कहा कि भोजशाला में ऐसी कोई भी भौतिक खुदाई नहीं की जानी चाहिए जिससे धार्मिक संरचना में बदलाव हो।
दरअसल, भोजशाल को लेकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय के बीच विवाद चल रहा है। हिंदू समाज का दावा है कि भोजशाला देवी सरस्वती का मंदिर है। दूसरी ओर, मुस्लिम समुदाय इसे कमाल मौला मस्जिद बता रहा है।
दोनों पक्षों के बीच विवाद को देखते हुए साल 2003 में हिंदू पक्ष को हर मंगलवार सुबह से शाम तक भोजशाला में प्रार्थना करने की इजाजत दे दी गई। इसी तरह मुस्लिम पक्ष को हर शुक्रवार को यहां नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई। मध्य प्रदेश हाई कोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुआ सर्वे का काम 29 अप्रैल तक पूरा किया जाना है।