Black Buck Hunted: मध्य प्रदेश की राजधानी से सटे बरखेड़ा सलाम गांव के एक खेत में एक मृत काला हिरण पाया गया। प्रारंभिक जांच में वन अमले ने पुष्टि की कि मृग की मौत गले में गहरे घाव के कारण हुई है। आशंका है कि बदमाशों ने शिकार की नियत से फायरिंग की। फिलहाल पोस्टमार्टम के बाद गोली लगने की पुष्टि हो सकेगी।
वन मंडल अधिकारी ने बताया कि मंगलवार दोपहर समरधा रेंज में एक काले हिरण की मौत की सूचना मिली थी। वन अमले के साथ दो डॉक्टरों के पैनल ने मौके का निरीक्षण किया। हिरण की गर्दन पर गहरा घाव देखा गया। विभागीय टीम ने शिकार की आशंका जताई है। पीएम रिपोर्ट के आधार पर वन अमले ने अज्ञात शिकारी के खिलाफ मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई की है।
क्यों किया जाता है, काले हिरण का शिकार?
काले हिरणों के सींग बहुत क़ीमती होते हैं, खूबसूरत दिखने वाले यही सींग हिरण की जान के दुश्मन बन जाते हैं। काले हिरण के सींगों से बनी औषधियों से त्वचा रोगों का इलाज किया जाता है। इसे बहुत ऊंची कीमत पर बेचा जाता है, इसलिए लोग इसका शिकार करते हैं।
काले हिरण का शिकार न केवल उसके सींगों के लिए बल्कि उसकी खाल के लिए भी किया जाता है। इसकी त्वचा बहुत रेशमी और मुलायम होती है, इस पर मौजूद काले या भूरे धब्बे इसे और अधिक आकर्षक बनाते हैं। वहीं, मांस के लिए भी काले हिरण का शिकार किया जाता है।
आपको बता दें कि बिशनखेड़ी स्थित भोज वेटलैंड में 5 महीने पहले कुत्तों ने काले हिरण का शिकार किया था, 2 महीने के अंदर 200 मीटर के दायरे में हिरण के शिकार के दो मामले सामने आए थे। इस स्थान पर तीन हिरणों की मौत हो चुकी है। अब जिस जगह पर हिरण का शव मिला, वहां से शराब, कोल्ड ड्रिंक की बोतलें और नमकीन भी बरामद हुए हैं।
काले हिरण के शव का पोस्टमॉर्टम दो पशु चिकित्सकों के पैनल द्वारा किया गया। डॉक्टरों के मुताबिक, हिरण की मौत 15-20 घंटे पहले हुई थी और उसकी गर्दन पर असामान्य घाव दिख रहे थे। विशेषज्ञों ने नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए हैं। इससे मौत का असली कारण सामने आएगा।