प्रदेश में जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत 3 हजार 90 करोड़ लागत के जल संरक्षण के 990 कार्य आरंभ हो गए हैं।
मध्य प्रदेश में 5 जून से 16 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान आयोजित किया गया है। इसके तहत गुरुवार को भोपाल के छोटा तालाब पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी शामिल हुए।
सीएम यादव ने कहा कि राज्य में 5 जून से शुरू हुए जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत इन स्थानों पर वृक्षारोपण के साथ-साथ आसपास के जल स्रोतों के संरक्षण और सफाई को भी बढ़ावा दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अभियान के दौरान प्रदेश में 5 करोड़ 50 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है।
पूरे प्रदेश में जनभागीदारी से वृक्षारोपण किया जायेगा। जल गंगा संवर्धन अभियान गंगा दशहरा के बाद भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि सभी स्थानीय संस्थाएं अपने-अपने स्तर पर गतिविधियां संचालित करेंगी। सीएम यादव ने नगर निगम भोपाल द्वारा छोटे तालाब की सफाई के लिये जनभागीदारी से चलाये जा रहे अभियान की सराहना की।
इस मौके पर भोपाल महापौर मालती राय ने बताया कि अभियान के अंतर्गत भोपाल की विभिन्न झीलों के किनारे 12 स्थानों पर स्थानीय निवासियों एवं नगर निगम की टीम द्वारा प्रातः 8 बजे से प्रातः 10 बजे तक स्वच्छता गतिविधियाँ चलायी जायेंगी।
इसी प्रकार भोपाल के 54 कुओं और 42 कुओं की सफाई एवं संरक्षण जन सहयोग से किया जायेगा। इन जलस्रोतों के पानी का समुचित उपयोग भी हो सकेगा। महापौर श्रीमती राय ने कहा कि जल स्रोतों के बेहतर रखरखाव से भोपाल की सुंदरता भी बढ़ेगी।
खेल एवं युवा कल्याण तथा सहकारिता मंत्री विश्वास सारंग, पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण राज्य मंत्री कृष्णा गौर, नगरीय विकास एवं आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी, पूर्व प्रोटेम स्पीकर एवं विधायक रामेश्वर शर्मा, कार्यक्रम में विधायक भगवानजी दास सबवानी एवं अन्य जन-प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि प्रत्येक जिले, विकासखंड और पंचायत स्तर पर जल संरचनाओं की मरम्मत, पर्यावरण संरक्षण और पौधरोपण के लिए जनभागीदारी से गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।
अभियान के तहत राजधानी भोपाल के साथ-साथ प्रदेश के बड़े शहरों के साथ-साथ स्थानीय निकायों द्वारा भी अपने-अपने स्तर पर गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा, ताकि इसे पूरी तरह से शफल बनाया जा सके।
ग्वालियर, सतना, बालाघाट, शिवपुरी, डिंडौरी, झाबुआ, आगर मालवा में भी अभियान की शुरूआत की गई।