मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव गुरुवार 2 मई को उज्जैन के दौरे पर हैं।चुनाव प्रचार के दौरान उज्जैन के दत्त अखाड़ा क्षेत्र में क्षिप्रा नदी में पवित्र स्नान किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मां क्षिप्रा की पूजा-अर्चना की और चुनरी चढ़ाई। इस दौरान मुख्यमंत्री ने उन लोगों पर निशाना साधा जो चुनावी राजनीति के लिए क्षिप्रा नदी के प्रदूषण का मुद्दा उठाकर मां क्षिप्रा पर सवाल उठा रहे हैं।
स्नान के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि उज्जैन की पहचान मां क्षिप्रा से है, बाबा महाकाल की इस नगरी में 33 करोड़ देवी-देवता निवास करते हैं। माता क्षिप्रा के पावन तट पर हमारी परंपरा है कि यहां स्नान करने के बाद हमारी तीर्थ यात्रा का महत्व और भी बढ़ जाता है।
डॉ. यादव ने कहा कि यह बहुत दुखद है कि कभी-कभी लोग माता क्षिप्रा पर सवाल उठाते हैं। हम सब जानते हैं कि यह माँ का तट है, इसकी पवित्रता बनाये रखनी चाहिए। मैंने क्षिप्रा माता के तट पर आकर स्नान किया। कल से शुरू होगी पंचकोशी की भव्य परिक्रमा, लोग आस्था और विश्वास के साथ यहां आते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने उज्जैन में जो काम किये हैं, उससे आज पूरे साल उज्जैन को नदी का पानी मिल रहा है, 20 साल पहले यहां नवंबर-दिसंबर में पानी नहीं होता था।