सीएम मोहन यादव गुरुवार सुबह भोपाल में अक्षय पात्र फाउंडेशन द्वारा आयोजित मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम में फाउंडेशन ने एक करोड़ वीं थाली में भोजन परोसने का रिकॉर्ड बनाया। इसी बीच सीएम फाउंडेशन की रसोई में पहुंचे। यहां उन्होंने स्कूली विद्यार्थियों के लिए तैयार किये जाने वाले पौष्टिक भोजन का जायजा लिया। बच्चों को भोजन भी परोसा।
सीएम ने 50 हजार स्कूली बच्चों को पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने के लिए फाउंडेशन की सराहना की। ये खाद्य पदार्थ संस्था द्वारा मशीनों की सहायता से तैयार किये जाते हैं। सीएमए ने मशीनों की सहायता से भोजन तैयार करने की प्रक्रिया को भी समझा। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव के साथ मध्य प्रदेश सरकार के मंत्री प्रहलाद पटेल और उदय प्रताप सिंह भी मौजूद रहे।
सीएम ने कहा- हमारी परंपरा में आहार की शुद्धता की बात है। कार्यक्रम में सीएम मोहन ने भारतीय खान-पान की परंपराओं के बारे में बात की। उन्होंने भोजन मंत्र का जाप किया।इसके साथ ही उन्होंने कहा- हमारी परंपरा में आहार जीवन के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है। यहां भगवान की भक्ति के अलावा आहार की शुद्धता की भी चर्चा की गई है।
कार्यक्रम में सीएम मोहन यादव ने फाउंडेशन द्वारा पोषण आहार वितरण की सराहना की। उन्होंने बताया कि 76 कर्मचारियों की टीम 38 वाहनों की मदद से 645 स्कूलों में पौष्टिक मध्याह्न भोजन पहुंचा रही है। उन्होंने संस्था के बारे में कहा- ये सिर्फ खाना नहीं दे रहे हैं, ये एक तरह से नई जिंदगी दे रहे हैं।
फाउंडेशन भारत के कई शहरों में ऐसी रसोई चलाता है। मध्य प्रदेश की पहली रसोई 2023 में भोपाल में खोली गई। फाउंडेशन का सारा खाना मशीनों से तैयार किया जाता है। एक रोटी बनाने की मशीन एक घंटे में 40 हजार रोटियां बनाती है। इसके अलावा सब्जियों को छीलने और काटने का काम भी मशीन में होता है। सीएम ने इन मशीनों से खाना बनाने का भी प्रयास किया।
अक्षय पात्र फाउंडेशन मध्याह्न भोजन कार्यक्रम के तहत बच्चों को भोजन परोसता है। बावड़िया कलां की रसोई में हर दिन 50 हजार छात्रों के लिए खाना बनाया जाता है। इसे भोपाल के 645 स्कूलों में 38 वाहनों से पहुंचाया जाता है। यहां आधुनिक मशीनों से खाना तैयार किया जाता है। कुछ ही घंटों में 1 लाख 20 हजार रोटियां और 30 हजार पूड़ी समेत अन्य खाद्य सामग्री तैयार हो जाती है।