कोहरे-ठंड से दलहनी फसलों को नुकसान, चिंता में डूबे किसान


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स्टोरी हाइलाइट्स

किसानों को चिंता, गेहूं पर भी पाला पड़ने की आशंका

कोहरे के कारण फसलों का बुरा हाल है। खासकर दलहनी फसलों की स्थिति खराब हो रही है। किसान चिंता में डूबे हुए हैं। असल में पिछले आठ दिनों से मप्र के ज्यादातर जिलों में तेज कोहरा, धुंध पड़ रही है। ठंड भी अधिक है। जिसकी वजह से फूल पर आ चुकी मटर, मसूर खराब हो रही है। इसके 15 दिन पहले बारिश हुई थी जिसके कारण मटर खराब हुई थी।

भोपाल में किसानों का कहना है कि ठंड के साथ-साथ सुरकी चल रही है अर्थात ठंडी हवाओं का रह-रहकर झोंका आ रहा है, जो फसलों को नुकसान पहुंचाता है। इस सीजन में सब्जी फसल जैसी टमाटर और मिर्च को बहुत नुकसान हुआ है।

वहीं नर्मदापुरम में गेहूं की फसल छोटी है, क्योंकि तवा बांध की नहर देरी से छोड़ी गई थी, जिसके कारण बोनी में समय लग गया। विशेषज्ञों के मुताबिक जब फसलें छोटी हो और अधिक कोहरे पड़े तो खेत में पानी नहीं भरा हुआ नहीं रहना चाहिए, लेकिन नर्मदापुरम जिले के 75 फीसद खेतों में पानी भरा रहता है, क्योंकि नहर से पानी मिलता है, जिसका प्रबंध ठीक नहीं किया जाता, जिसके कारण पानी और ठंड में फसलें गल जाती है।

इधर बैतूल जिले के किसान निजी सिंचाई साधनों पर निर्भर है। नहरों का जल बहुत कम है इसलिए पानी की कमी पड़ने की आशंका के चलते जल्दी बोवनी कर देते हैं इसलिए फसलें बड़ी हो चुकी है। दलहनी फसलों में मटर, चना, मसूर जैसी फसलें फूल पर आ रही है विशेषज्ञों के मुताबिक फूल पर आने वाली फसलों कोहरे व ठंड से अधिक नुकसान होता है। फूल झड़ जाते हैं, नए फूल नहीं आते।