Damoh Accident News: दमोह के एक जैन परिवार के चार सदस्यों की बुधवार 10 सितम्बर को सागर में हुए सड़क हादसे में मौत के बाद, गुरुवार 11 सितम्बर को जबेरा में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान हज़ारों लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। हर आँख नम थी और गाँव में मातम का माहौल था।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सागर जिले में हुई एक सड़क दुर्घटना में दमोह जिले के 4 लोगों की मृत्यु पर दुख व्यक्त किया है। सीएम डॉ. यादव ने कहा कि संकट की इस घड़ी में मध्यप्रदेश सरकार शोकाकुल परिवार के साथ खड़ी है। दिवंगत व्यक्तियों के परिजन को 2-2 लाख रूपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने के निर्देश प्रशासन को दिए गए हैं। सीएम डॉ.यादव ने बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान देने तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना की है।
बता दें कि जबेरा निवासी सचिन जैन (40) अपनी पत्नी रितु जैन (35), गढ़कोटा निवासी बहनोई सुरेंद्र (32), बहन, एक भतीजे और अपनी दो बेटियों के साथ कार क्रमांक MP 20 ZH 1670 से ललितपुर होते हुए शिवपुरी के गोलकोट तीर्थ जा रहे थे। दोपहर में एनएच-44 पर शुक्लीपुरा गाँव के पास एक तेज़ रफ़्तार ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी।टक्कर लगने से कार डिवाइडर से टकराकर पलट गई।
ट्रक की टक्कर में कार सवार चार लोगों की मौत हो गई। दुर्घटना में रितु जैन और उनके बहनोई सुपेंद्र की मौके पर ही मौत हो गई। बाकी घायलों को मालथौन पुलिस ने तुरंत सागर अस्पताल पहुँचाया। सचिन जैन और उनके ढाई साल के भतीजे दक्ष की इलाज के दौरान मौत हो गई। फिलहाल, सचिन की बहन और उनकी बेटियाँ- आध्या और अवनी- अस्पताल में भर्ती हैं।
सचिन जैन जबेरा में मिठाई की दुकान चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते थे। उनके परिवार में चार बेटियाँ, माँ और एक छोटा भाई है। गुरुवार 11 सितम्बर को सचिन और उनकी पत्नी रितु के शव जबेरा लाए गए, जहाँ गमगीन माहौल में उनका अंतिम संस्कार किया गया। दंपति की अंतिम यात्रा में हज़ारों लोग शामिल हुए। सुपेंद्र और छोटे दक्ष के शव गढ़कोटा भेज दिए गए हैं।
सचिन और उनकी पत्नी रितु का अंतिम संस्कार कर दिया गया। गाँव वालों का कहना है कि सचिन परिवार के प्रति एक मिलनसार और ज़िम्मेदार व्यक्ति थे। उनकी असामयिक मृत्यु ने पूरे गाँव को झकझोर कर रख दिया है। इस सड़क दुर्घटना में एक ही परिवार के चार सदस्यों की मृत्यु हो गई, जिससे जबेरा और गढ़कोटा दोनों जगहों पर शोक का माहौल है।