प्रदेश में 22 ईको पर्यटन केंद्रों में विकास का कार्य हो रहा है


Image Credit : X

स्टोरी हाइलाइट्स

एमपी ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड 22 ईको पर्यटन केंद्रों में विकास कार्य हो रहा है, अधिकृत जानकारी के अनुसार, इन 22 प्रगतिरत स्वीकृत परियोजनाओं में शामिल हैं..!!

भोपाल: राज्य के वन विभाग के अंतर्गत कार्यरत एमपी ईको टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड 22 ईको पर्यटन केंद्रों में विकास कार्य हो रहा है। 
अधिकृत जानकारी के अनुसार, इन 22 प्रगतिरत स्वीकृत परियोजनाओं में शामिल हैं। वनमण्डल अलीराजपुर अंतर्गत झोलिया झरना मनोरंजन क्षेत्र, वनमण्डल अनूपपुर अन्तर्गत अमरकंटक परिक्षेत्र में बनाये गये ध्यान कुटीर में अतिरिक्त कार्य, वनमण्डल पूर्व मण्डला के अन्तर्गत अजगर दादर मनोरंजन क्षेत्र, वनमण्डल झाबुआ अन्तगत देवझिरी मनोरंजन क्षेत्र, वनमण्डल जबलपुर के अन्तर्गत निदान वाटर फॉल, वनमण्डल भिण्ड के वन परिक्षेत्र अटेर के अन्तर्गत चम्बल भ्रमण के लिए ऊंट की सवारी, पेंच टाइगर रिजर्व सिवनी अन्तर्गत पर्यटन स्थल नलयेर, वन विहार राष्ट्रीय उद्यान भोपाल में ईकोपर्यटन विकास कार्य किए जाने हैं। 

वनमण्डल देवास अन्तर्गत खिवनी अभ्यारण्य में ईकोपर्यटन विकास कार्य, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अंतर्गत वन परिक्षेत्र पिपरिया बफर के पर्यटन स्थल छोटी अन्होनी में ईकोपर्यटन विकास कार्य, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व अंतर्गत वन परिक्षेत्र पूर्व पचमढ़ी के मटकुली ईकोसेन्टर में रिनोवेशन कार्य, सतपुड़ा टाइगर रिजर्व नर्मदापुरम अंतर्गत पर्यटन स्थल धूपगढ़ में ईकोपर्यटन विकास कार्य, वनमंडल दक्षिण सागर अंतर्गत बया ईकोपार्क पथरिया जाट उन्नयन कार्य, वनमंडल मुरैना अंतर्गत बाबू सिंह घेर क्षेत्र अंतर्गत चम्बल सफारी, वनमंडल मन्दसौर के गांधी सागर अभ्यारण्य के हिंगलाजगढ़ मंदिर में ईकोपर्यटन विकास कार्य, रीवा वनमंडल में पूर्वा जल प्रपात में ईकोपर्यटन विकास कार्य, रीवा वनमंडल में क्यूटी जल प्रपात में ईकोपर्यटन विकास कार्य, इन्दौर वनमंडल में उमरीखेड़ा ईकोपर्यटन विकास कार्य, इन्दौर वनमंडल में रालामण्डल में ईकोपर्यटन विकास कार्य, वनमण्डल धार में डायनासोर फोसिल पार्क एवं पाडलिया में ईकोपर्यटन विकास कार्य, वनमण्डल खण्डवा के गुंजारी टापू में ईकोपर्यटन विकास कार्य तथा वनमंडल भोपाल में समर्धा में ईकोपर्यटन विकास कार्य।

उल्लेखनीय है कि ईको टूरिज्म बोर्ड के पास राज्य शासन से मिली राशि 4 करोड़ 77 लाख 52 हजार रुपये, विकास निधि से मिली राशि 2 करोड़ 99 लाख 61 हजार रुपये, बोर्ड द्वारा वन क्षेत्रों में विकसित किये गये गंतव्य स्थलों से मिली राशि 78 लाख 90 हजार रुपये तथा आरएफपी एवं पीपीपी से प्राप्त राशि 51 लाख 64 हजार रुपये है।