स्वामी प्रसाद मौर्य की बढ़ी मुश्किल..! यूपी से एमपी पहुंचा रामचरितमानस विवाद, FIR दर्ज


स्टोरी हाइलाइट्स

रामचरितमानस विवाद के बाद यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य की बढ़ी मुश्किल, मध्‍य प्रदेश में FIR दर्ज...!

धार्मिक ग्रंथ ‘रामचरितमानस’ की प्रतियां जलाने के मामले पर अब न सिर्फ यूपी बल्क़ि देश भर में विरोध प्रदर्शन दिखाई देने लगा हैं. इस आपत्तिजनक बयान पर एमपी में भी हिंदू महासभा के कार्यकर्ता की शिकायत पर FIR दर्ज हुई है. 

दरअसल, बीते कई दिनों से स्वामी प्रसाद मौर्य के एक बयान से बवाल मचा हुआ है. उन्होंने कहा था कि करोड़ों लोग रामचरित मानस को नहीं पढ़ते, सब बकवास है. यह तुलसीदास ने अपनी खुशी के लिए लिखा है. सरकार को इसका संज्ञान लेते हुए रामचरित मानस से जो आपत्तिजनक अंश है, उसे बाहर करना चाहिए या इस पूरी पुस्तक को ही बैन कर देना चाहिए.

इस बयान के बाद से ही स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार विवादों में फंसते जा रहे हैं. यूपी से शुरू हुआ रामचरितमानस विवाद अब एमपी तक पहुंच गया है. हाल ही में हिंदू महासभा के कार्यकर्ता ने ग्वालियर में मौर्य सहित 9 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई हैं.

हिंदू महासभा ने ग्वालियर के क्राइम ब्रांच थाने में मौर्य के खिलाफ धार्मिक भावनाएं भड़काने व हिन्दू धर्म को बदनाम करने का केस दर्ज कराया है. क्राइम ब्रांच पुलिस ने यूपी के पूर्व कैबिनेट मंत्री समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य सहित 9 लोगों के खिलाफ धारा 153 ए के तहत धार्मिक भावनाएं भड़काने का केस दर्ज कर लिया है.

क्राइम ब्रांच पुलिस ने बताया कि आरोपियों में स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा देवेंद्र प्रताप यादव, यशपाल सिंह लोधी, सत्येंद्र कुशवाहा, महेंद्र प्रताप यादव, नरेश सिंह, एसएस यादव, संतोष वर्मा का नाम शामिल है. साथ ही पुलिस टीम अब आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए कवायद में जुट गई है.

इन सबके बीच ग्वालियर हिन्दू महासभा ने यूपी में रामचरितमानस के अपमान को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ को अपने खून से लिखा खत भी भेजा हैं. हिन्दू महासभा की मांग है कि सभी आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाये.